पीयू के पांच दिवसीय कार्यशाला का चौथा दिन
JAUNPUR NEWS जौनपुर:वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित मोबाइल जर्नलिज्म (मोजो) मीडिया लेखन एवं फोटोग्राफी विषयक पांच दिवसीय कार्यशाला में गुरुवार को विद्यार्थियों को विषय के विविध आयामों से परिचित कराया ।इस कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग द्वारा किया गया। इसमें कई विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए और विद्यार्थियों ने संवाद किया.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. रवि सूर्यवंशी ने मोबाइल पत्रकारिता में उपयोग हो रही तकनीक पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने गिंबल,ट्राइपॉड, माइक और मोबाइल मूवमेंट पर प्रकाश डाला. कहा कि आज मोबाइल के माध्यम से टेलीविजन,वेब,समाचार पत्रों और रेडियो में सामग्रियों का संकलन हो रहा है।उन्होंने कहा कहा कि दर्शकों पर प्रभाव डालने के लिए कैमरा एंगल बहुत महत्वपूर्णहै। शोले फिल्म का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि गब्बर को लो एंगल से अधिक पावरफुल होने के लिए दिखाया जाता था ।
डॉ कायनात काजी ने कहा
प्रख्यात ब्लॉगर,फोटोग्राफर एवं यात्रा लेखिका डॉ. कायनात काजी ने कहा कि आज मोबाइल ने ब्लॉगिंग की दुनिया को बदल दिया है मोबाइल ब्लॉग के कंटेंट मुख्यधारा की मीडिया में भी चर्चा का विषय बन रहे है l

जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार संतोष पांडेय ने मोजो के लिए मोबाइल, माइक, ट्राइपॉड, लाइट(एमएमटीएल) पर चर्चा की । कहा कि इन चारों से मोजो संभव है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्टिंग के लिए हैशटैग के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। कहा कि संबंधित हैशटैग के प्रयोग से अपने कंटेंट की अधिक व्यूवरशिप बनाई जा सकती है। उन्होंने वीडियो बनाने, एडिटिंग करने, अपलोडकरने और उसे शेयर करने की विधि पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. कायनात क़ाज़ी ने प्रो.मनोज मिश्र को अपनी पुस्तक बोधगया के बिहार भेंट की. कार्यशाला में अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र, संचालन डॉ.दिग्विजय सिंह राठौर एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर सुनील कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह, प्रोफेसर प्रदीप कुमार, डॉ. चंदन सिंह, सुधाकर शुक्ला, डॉ. अमित मिश्रा,डॉ सुरेंद्र कुमार,अर्पित यादव समेत विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे।