Home न्यूज़ शिक्षा शिक्षक कवि सम्मेलन में आज़मगढ़ से प्रतिनिधि करेंगे अनिल मौर्य

शिक्षक कवि सम्मेलन में आज़मगढ़ से प्रतिनिधि करेंगे अनिल मौर्य

एनसीईआरटी नई दिल्ली में आयोजित होगा हिन्दी पखवाड़ा कार्यक्रम

  • खेतासराय निवासी अनिल मौर्य, आज़मगढ़ में है तैनात

खेतासराय (जौनपुर) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ऐसी शैक्षणिक संरचना की अनुशंसा करती है जिसके मूल में भारतीय संस्कृति सभ्यता और भारतीय ज्ञान की परम्परा निहित हैं। राष्ट्रीय एकता व अखंडता को बनाए रखने के लिए हिंदी ही वह भाषा है जो राजभाषा की आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकती है। हिन्दी एक सुव्यवस्थित एवं सरल भाषा है जो भारत के अधिकतर राज्यों में बोली समझी व पढ़ी-लिखी जाती है। संविधान के अनुच्छेद-351 के अनुसार संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिन्दी भाषा का प्रसार करें तथा उसका विकास करें जिससे हिंदी भारत की संस्कृति के सभी तत्वों के अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके। राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान, एनसीईआरटी नई दिल्ली में हिन्दी पखवाड़ा शिक्षक कवि सम्मेलन के तहत एक कार्यशाला डिजिटल शिक्षा में राजभाषा हिन्दी का उद्देश्य से हिन्दी पखवाड़ा शिक्षक कवि सम्मेलन के तहत कार्यशाला शिक्षण में राजभाषा हिन्दी का बढ़ता प्रभाव प्रकरण पर आगामी 26 व 27 सितम्बर 2024 को आयोजित होगा। गौरतलब हो कि प्राथमिक विद्यालय मदनपट्टी कोयलसा आजमगढ़ के शिक्षक अनिल मौर्य उक्त कार्यक्रम में सहभागिता कर आजमगढ़ से शिक्षा विभाग व शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करेंगे। अनिल मौर्य अपने उत्कृष्ट अध्यापन से जुड़े कार्यों के लिए पूर्व में भी सम्मानित हो चुके हैं। इस नजरिए से भी कार्यक्रम को सफल और यादगार बनाने में सहयोग देकर हिंदी पखवाड़ा शिक्षक कवि सम्मेलन को सार्थक बनाने हेतु शिक्षक की सहभागिता महत्वपूर्ण होगी। विदित हो कि अनिल मौर्य स्थानीय नगर पंचायत खेतासराय के निवासी है। उनके इस प्रतिनिधि के लिए सुख-चिंतकों द्वारा अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं दी जा रही है।

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