पूर्वांचल विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में पुलिस रात भर हिडेन कैमरा खोज रही थी,वहां कैमरा नहीं लगा हुआ था गूगल ऐप वाईफाई सिग्नल पकड़ रहा था l
- Google app was catching WiFi signal, not hidden camera, in Jaunpur’s girls hostel.
जौनपुर:वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महिला हास्टल की जांच में नहीं मिला कोई हिडेन कैमरा, सूचना गलत
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास में सोमवार की बीती रात छुपे हिडेन कैमरे की अफवाह से छात्राओं में हड़कंप मच गया। कुछ छात्राओं को एक अनजान नंबर से आपत्तिजनक फोन कॉल्सआए, जिसके बाद उन्हें अपने बाथरूम में छुपे कैमरे का संदेह हुआ। छात्राओं ने इसे लेकर गूगल ऐप के माध्यम से स्वयं जांच करने की कोशिश की, जिससे अफवाहों को और बल मिल गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह और प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस दल के साथ तत्काल कार्रवाई करते हुए छात्रावास और बाथरूम की सघन जांच की। सीओ सदर ने टीम के साथ मौके पर आकर जांच की, लेकिन कोई कैमरा नहीं मिला। बताया गया कि गूगल ऐप वाईफाई सिग्नल पकड़ रहा था, जिससे यह भ्रम उत्पन्न हुआ। पुलिस ने भ्रामक कॉल्स की जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में कार्यवाही की जा रही है।फिलहाल छात्रावास में स्थिति शांतिपूर्ण है।
विश्व विद्यालय की छात्राओं ने आपत्तिजनक आने वाले नम्बर को किया ब्लाक l
प्राप्त जानकारी के मुताविक वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के ग्लर्स हास्टल की आधादर्जन छात्राओं को एक ही नम्बर से काल आया । जिसमें लड़के ने अभद्र भाषा में लड़कियों से बात किया । जिसमें कुछ लड़कियों ने उस नम्बर को ब्लाक कर दिया। इसकी सूचना लड़कियों ने वार्डन के माध्यम से पुलिस को दी लड़कियों ने शंका जाहिर की कि हमारे कमरे या बाथरुम में कैमरा हो सकता है। घटना के संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर परमानंद कुशवाहा ने बताया कि पुलिस व सर्विलांस टीम कुलपति प्रो. वंदना सिंह के साथ हास्टल की जांच की गयी जिसमें कोई कैमरा नहीं पाया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन से तहरीर प्राप्त कर सरायख्वाजा थाना में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस व सर्विलांस की टीम जांच कर रही है।
हास्टल की जांच में नहीं मिला कोई हिडेन कैमरा, सूचना गलत
मंगल वार को विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि कल देर शाम लगभग 7:30 बजे गर्ल्स हॉस्टल में हुए हंगामा को लेकर यूनिवर्सिटी की कुलपति मेरे हॉस्टल के कुछ बच्चियों ने शिकायत किया था कि कुछ महिला हॉस्टल की छात्राओं पर एक ही फोन नंबर से फोन कर करके परेशान किया जा रहा है जानकारी होने पर हम तत्काल बच्चियों के हॉस्टल में पहुंचे कुछ समय बाद पुलिस भी पहुंच गए हॉस्टल के कमरों को देखा गया बच्चियों की शिकायत थी कि उनको कोई फोन करके अश्लील बातें कर रहा था और डरा रहा था कि वीडियो उनका वायरल हो जाएगा उनके बाथरूम में कैमरे लगे हुए हैं ,इसी बात को लेकर लड़कियां डरी हुई थी,पुलिस और विश्वविद्यालय की प्रशासन टीम जब पहुंची तो देखा गया कि वहां कोई कैमरा नहीं था बाद में पता चला कि किसी ऐप के द्वारा बच्चियों को रेड सिग्नल मिल रहा था जिससे उनको लगा कि वहां पर कोई उनका वीडियो बना रहा है l
इस तथ्य गहराई से जांच किया तो पता चला कि वाई-फाई से कनेक्ट होने के चलते गूगल ऐप सिग्नल दे रहा था जिसके चलते लड़कियां परेशान थी और उनको डर था कि कहीं कोई कैमरा लगाया गया,बीती रात्रि हमने छात्राओं के साथ प्रत्येक रूम और बाथरूम दोनों को चेक किया गया हास्टल की जांच में कोई हिडेन कैमरा नहीं मिला पुलिस अपने तरीके से जांच किया सब कुछ वहां सही था स्थिति अब सामान्य है जीस फोन नंबर से छात्राओं को कॉल किया गया था पता चला कि वह नंबर गोरखपुर का है पुलिस ने इस मामले पर मकदमा पंजीकृत कर लिया है मामले की तफ्तीश कर रही है l