कुलपति सभागार में बैठक कर प्रगति की समीक्षा – 22 सितम्बर को होगा पूर्वांचल विश्वविद्यालय का 28 वां दीक्षांत समारोह
JAUNPUR NEWS जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 28 वें दीक्षांत समारोह की तैयारी के लिए कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने सोमवार को दीक्षांत समारोह से जुड़े विभिन्न स्थलों का विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. इसके साथ ही कुलपति सभागार में विश्वविद्यालय के आयोजन समिति के समन्वयकों के साथ बैठक कर तैयारी पर विस्तार से चर्चा की.
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का 28 वां दीक्षांत समारोह 22 सितंबर को महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में आयोजित किया गया है. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल इस अवसर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 96 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान करेंगी . स्वर्ण पदक पाने वाले मेधावियों में स्नातक में 18 छात्राएं एवं 7 छात्र हैं. वहीं परास्नातक स्तर में 36 छात्र एवं 35 छात्र शामिल है. दीक्षांत समारोह में 508 शोधार्थियों को पी.एचडी. की उपाधि प्रदान की जाएगी. कला संकाय में 345, विज्ञान संकाय में 25, कृषि संकाय में 13, शिक्षा संकाय में 77, विधि संकाय में पांच, इंजीनियरिंग संकाय में 10, वाणिज्य में 18, प्रबंध संकाय में 10, अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय में तीन और औषधि संकाय के दो विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में पी.एचडी. की उपाधि मिलेगी.
विश्वविद्यालय शोधार्थियों एवं स्वर्ण पदक धारकों को दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पत्र प्रेषित कर चुका है इसके साथ ही उनके विभागों को भी इसकी सूचना दी गई है कि वह समय से दीक्षांत समारोह में शामिल हो सके. विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि दीक्षांत समारोह से संबंधित जो भी कार्य हैं उसको प्राथमिकता से पूर्ण किया जा रहा है. परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि जिन विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी वह सब डिजिलॉकर में अपलोड कर दी जाएगी।
प्रो. राकेश कुमार यादव एवं समन्वयक एनएसएस डॉ राज बहादुर यादव ने आंगनबाड़ी से सम्बंधित जानकारी दी.
इस अवसर पर वित्प्रोत अधिकारी संजय कुमार राय, प्रो अजय द्विवेदी, प्रो. मनोज मिश्रा, प्रो. देवराज प्रोफेसर, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. संदीप सिंह, प्रो राज कुमार, उप कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह,डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अन्नू त्यागी समेत अन्य संयोजक उपस्थित रहे