संघर्षों के मिट्टी में खिलते है सपनों का फूल: बेलाल जावेद
Jaunpur News In Hindi खेतासराय (जौनपुर): क्षेत्र के मनेछा गाँव में रूल आउट क्रिकेट टूर्नामेंट मनेछा कप सीजन 2 का आयोजन किया गया जिसमें जिले और अन्य जिलों की दर्जनभर से अधिक टीमों ने भाग लिया तथा अपने खेल का प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट का उद्घाटन समाज सेवी बेलाल जावेद ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम से पहले मुख्य अतिथि का माला पहनाकर स्वागत किया गया। जिसके बाद युवाओं ने खिलाड़ियों का परिचय मुख्य अतिथि से करवाया। उद्घाटन मैच खेतासराय और शाहगंज के बीच खेला गया। जिसमें खेतासराय की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी करते हुए छह ओवर में 36 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में शाहगंज की टीम छह विकेट के नुकसान पर सिर्फ 27 रन ही बना सकी, जिससे खेतासराय की टीम विजेता घोषित हुई।
इस मौके पर बेलाल जावेद ने कहा कि खेल-कूद से न केवल शारीरिक मजबूती मिलती है, बल्कि इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी बनती है। जो खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं, वे हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनते हैं। उन्होंने खुशी जताई कि गाँव के युवा शिक्षा के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान दे रहे हैं और अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत रहे हैं। उन्होंने कहा, अगर इन युवाओं को लगातार हौसला मिलता रहे, तो वे न सिर्फ अपने क्षेत्र में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी नाम रोशन कर सकते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस क्षेत्र के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। इस तरह के आयोजनों की सराहना करते हुए कहा कि खेल प्रतियोगिताओं से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी छिपी हुई प्रतिभा निखरकर सामने आती है।
उन्होंने सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में मिनी स्टेडियम बनाए जाने की पहल की सराहना की और कहा कि इससे गाँव के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक बड़ा मंच मिलेगा। युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आप सभी देश के भविष्य हैं, इसलिए पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दें, क्योंकि शिक्षा के बिना इंसान अधूरा होता है। ज्ञान एक रोशनी की तरह है, जो अज्ञानता के अंधकार को दूर करता है।
शिक्षित व्यक्ति न केवल खुद का, बल्कि समाज का भी भला करता है। उन्होंने माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों की रुचि को समझें और अगर वे खेल में रुचि रखते हैं, तो अपनी क्षमता के अनुसार उन्हें अवसर प्रदान करें। मैच में अंपायर की भूमिका अब्दुर्रहमान और आरिज़ ने निभाई, जबकि कमेंट्री फरीदीन खान और तालिब सिद्दीकी ने किया। इस अवसर पर मुहम्मद सक़लैन, सलमान, लुकमान अहमद, साकिब, शहमा, नुमान, अब्दुल्ला, समीउल्लाह, शाकिर, अदनान व लारेब आदि उपस्थित रहे।