खेतासराय(जौनपुर): रमज़ान का पाक महीना चल रहा है, और इस दौरान बच्चों में भी इबादत का खास उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में छः वर्षीय नूर फातिमा ने अपना पहला रोज़ा रखकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। कस्बा के जोगियाना वार्ड निवासी सफर शेख की छः वर्षीय पुत्री नूर फातिमा ने बचपन से ही अपने परिवार को रोज़े रखते हुए देखा और इस बार उसने भी खुद रोज़ा रखने की इच्छा जताई। परिवार ने पहले सोचा कि उम्र कम होने के कारण यह मुश्किल होगा, लेकिन उसकी जिद और हौसले को देखते हुए उसे रोज़ा रखने की इजाज़त दी गई ।
सुबह सहरी में उसने पूरे उत्साह के साथ खाना खाया और फिर नियत करके रोज़ा रखा। पूरे दिन उसने धैर्य और समर्पण के साथ रोज़ा निभाया और इफ्तार के समय परिवार के साथ मिलकर अपना पहला रोज़ा खोला। इस मौके पर परिवार के सदस्यों ने उसकी हिम्मत की सराहना की और उसे दुआएं दीं। बच्ची के माता-पिता का कहना है कि वे उसकी हिम्मत और धार्मिक आस्था से बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है कि इतनी छोटी उम्र में उनकी बेटी ने यह कदम उठाया। इस छोटी बच्ची के हौसले ने समाज में एक मिसाल कायम की है और सभी को यह संदेश दिया है कि इबादत और धार्मिक आस्था के लिए उम्र मायने नहीं रखती, बल्कि सच्चे दिल और समर्पण की जरूरत होती है।