JAUNPUR [SHAHGANJ ] श्रावण मास की पहली सोमवारी को लेकर बेलवाई शिवधाम में अलसुबह से ही भक्ति का अनूठा माहौल देखने को मिला। चारों दिशाओं से आती “हर हर महादेव” की गूंज, माथे पर चंदन लगाए कांवरिये, और मंदिर परिसर में उमड़ी हजारों की भीड़ ने यह साबित किया कि श्रद्धा आज भी सबसे बड़ी शक्ति है।
आस्था के इस पर्व पर न केवल स्थानीय श्रद्धालु, बल्कि जौनपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर और अयोध्या से सैकड़ों कांवरिये पैदल यात्रा करते हुए यहां पहुंचे। बेलवाई धाम, जहां शिवलिंग भूमि में समाहित है, देशभर के श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।मंदिर में दर्शन और जलाभिषेक का क्रम सुबह 3 बजे से ही शुरू हो गया। दर्शन की लंबी कतारों के बीच भी श्रद्धालुओं के चेहरे पर उत्साह स्पष्ट था। कई परिवारों ने इसे पूरे वर्ष का सबसे पवित्र दिन माना और बाल-बुजुर्ग सभी मंदिर में हाजिरी लगाने पहुंचे।
हालांकि, इतनी विशाल भीड़ के बीच कुछ व्यवस्थागत कमियां भी सामने आईं। भीतर तक पहुंचने में बुजुर्गों को कठिनाई हुई, चिकित्सा सुविधा नगण्य रही, और कुछ स्थानों पर जलभराव ने असुविधा बढ़ा दी। मंदिर के आसपास रात्रिकालीन प्रकाश की कमी और साफ-सफाई की लापरवाही भी चर्चा का विषय बनी रही।प्रशासन ने सुरक्षा के लिए पर्याप्त बल तैनात किया, जिससे भीड़ नियंत्रण में रही और कोई बड़ी घटना नहीं हुई। मगर स्वास्थ्य, सफाई और श्रद्धालुओं के आराम से जुड़ी व्यवस्थाएं अब भी समुचित नहीं कही जा सकतीं।बेलवाई शिवधाम केवल पूजा का स्थल नहीं, बल्कि यह लोकविश्वास, परंपरा और समाज की ऊर्जा का संगम है। ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि आने वाले सोमवारों में श्रद्धा के इस केंद्र को सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधासंपन्न तीर्थस्थल के रूप में प्रस्तुत किया जाए।