वन्दे भारत एक्सप्रेस से हुआ दर्दनाक हादसा, पारिवारिक कलह के बाद निकला था घर से बाहर
खेतासराय (जौनपुर) शनिवार की देर शाम खेतासराय रेलवे स्टेशन के आउटर पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक वृद्ध की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि शव क्षत-विक्षत अवस्था में ट्रैक के किनारे बिखर गया। घटना की जानकारी होते ही मौके पर पहुँची खेतासराय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त की कार्रवाई शुरू की।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हादसा शनिवार की शाम लगभग साढ़े सात बजे वाराणसी-फैज़ाबाद रेल मार्ग पर हुआ, जब जौनपुर की दिशा में जा रही वन्दे भारत ट्रेन से एक अज्ञात व्यक्ति टकरा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वृद्ध व्यक्ति ने सफेद शर्ट और नीले रंग की पैंट पहन रखी थी। राहगीरों ने जब रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत शव देखा तो तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
कुछ समय बाद पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव को कब्जे में लिया और पहचान कराने के प्रयास में जुट गई। काफी प्रयासों के बाद मृतक की पहचान राधेश्याम (50 वर्ष) पुत्र किशन निवासी चकसा ग्यास मनेछा के रूप में हुई। पहचान उसके पुत्र दीपक ने की। परिजनों के अनुसार, राधेश्याम पारिवारिक कलह के चलते घर से नाराज़ होकर निकल गए थे।
राधेश्याम पेशे से ऑटो चालक थे और अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके परिवार में पत्नी निर्मला देवी के अलावा छः बेटियाँ और एक बेटा है। बेटियों में से तीन बेटी मनीषा, चंद्रिका, गुड़िया की शादी हो चुकी है, जबकि पुत्री निशा (20 वर्ष), आशा (18 वर्ष), ऊषा (15 वर्ष) और बेटा दीपक (12 वर्ष) का है।
रविवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर पहुँचा, परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। गाँव के लोग भी इस दर्दनाक हादसे से स्तब्ध हैं। शव को जौनपुर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि राधेश्याम मेहनती और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। पारिवारिक विवाद के कारण उन्होंने घर छोड़ दिया था, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि उनकी ज़िंदगी का अंत इतना दर्दनाक तरीके से होगा। वही इस हृदयविदारक घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।