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UPS से नाराज़ कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

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Angry employees protested against UPS

UPS से नाराज़ कर्मचारियों ने किया विरोध :

JAUNPUR NEWS: UPS को लेकर कर्मचारी नाराज है आज यूपीएस का अंत्येष्टि संस्कार किया पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय,परिषदीय स्कूल,माध्यमिक विद्यालय,डिग्री कॉलेज और कलेक्ट्रेट परिसर में,शिक्षक , कर्मचारियों ने आज एकजुट होकर एकीकृत पेंशन योजना (UPS) के विरोध में प्रदर्शन किया। अटेवा और NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु के आह्वान पर कर्मचारियों ने UPS की प्रतियाँ जलाकर इसे ‘शोषणकारी काले कानून’ करार दिया। इस आंदोलन में अटेवा के मण्डल उपाध्यक्ष रमेश चंद्र यादव, जिलाध्यक्ष चन्दन सिंह, जिला महामंत्री इन्दु प्रकाश यादव, जिला कोषाध्यक्ष नन्द लाल पुष्पक, कैडर प्रभारी द्वय जगदीश यादव,टी एन यादव ,जिला संगठन मंत्री सुभाष सरोज , यूपी एजुकेशनल मिनिस्ट्रीटल ऑफिसर्स एसोसिएशन के जनपदीय अध्यक्ष सुनील कुमार यादव,विनय कुमार वर्मा ,डा श्याम सुंदर उपाध्याय, संदीप यादव, संदीप चौधरी, धर्मेंद्र कुमार शर्मा ,आराधना चौहान, पूनम जयसवाल,अपर्णा वर्मा,आदर्श वर्मा और अन्य नेताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

कर्मचारी नेताओं का कहना था कि UPS में कई खामियाँ हैं, जिनसे कर्मचारियों का शोषण होगा। खासतौर पर, उन्होंने इस योजना में कर्मचारियों को कोई निश्चित पेंशन न मिलने, पेंशन गणना के फॉर्मूले में गड़बड़ी और अंशदान में कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ की कमी की आलोचना की। उनका मानना है कि इस योजना के तहत कर्मचारियों के लिए कोई सुरक्षा नहीं है और यह योजना NPS से भी अधिक खतरनाक साबित हो सकती है।

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि योजना का उद्देश्य पेंशन गारंटी को समाप्त करना और बेंचमार्क के नाम पर कर्मचारियों की पेंशन को हड़पने की कोशिश करना है। उन्होंने सरकार से यह अपील की कि इस योजना पर पुनर्विचार किया जाए और कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए इसे वापस लिया जाए।

इस विरोध प्रदर्शन में कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाते हुए UPS की प्रतियाँ जलाकर अपने कड़े विरोध का संदेश दिया और यह स्पष्ट किया कि वे इस शोषणकारी योजना को स्वीकार नहीं करेंगे।

कर्मचारी संगठनों ने इस आंदोलन को व्यापक रूप से फैलाने का निर्णय लिया है, ताकि UPS के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाई जा सके और सरकार पर दबाव डाला जा सके कि वह कर्मचारियों के हित में निर्णय लें।

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