अश्लील हरकत मामले पर पूर्वांचल विश्व विद्यालय के शिक्षक की गिरफ्तारी पर लगी रोक
जौनपुर। छात्रा से अश्लील बात करने के आरोपी डॉ सुधीर उपाध्याय की रूस यात्रा डिस्टर्ब करने के लिए रचा गया था षड्यंत्र, उच्च न्यायालय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अवकाश के दिनों में लिया संज्ञान डॉ सुधीर उपाध्याय की गिरफ्तारी पर लगाया रोक।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ०सी०बी० पाठक ने बताया कि डॉ० सुधीर के प्रकरण को माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने गंभीरता से लेते हुए डॉ सुधीर उपाध्याय के गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है, शिक्षक संघ ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए अपने ज्ञापन में जिस षड्यंत्र का जिक्र किया था उसे प्रथम दृष्टया माननीय उच्च न्यायालय ने भी स्वीकार करते हुए इस पर मुहर लगा दी है और यह माना है कि डॉ० सुधीर के विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर रूस यात्रा को डिस्टर्ब करने के लिए ही उन्हें फंंसाया गया है बावजूद इसके डॉ० सुधीर जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
शिक्षक नेता डॉ प्रवीण सिंह ने कहा है कि पुलिस कप्तान से एक बार पुनः मांग करता हूं कि डॉ० सुधीर की पत्नी ने जिस षड्यंत्र की ओर अपने जारी वीडियो में इशारा किया था उन सब की सीडीआर खंगाली जाए, जिससे पूरे प्रकरण में दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। डॉ०सुषमा मिश्र ने कहा कि चूंकि पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है और माननीय उच्च न्यायालय भी पूरे प्रकरण को अपने संज्ञान में ले लिया है ऐसे में अब विश्वविद्यालय के आंतरिक जांच का कोई बहुत मतलब नहीं है और ना ही विश्वविद्यालय के पास ऐसे संयंत्र हैं ,जो लगाए गए आरोपों की जांच कर सके। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ सुशील मिश्र ने कहा है कि हम पूरे प्रकरण पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और जिस प्रकार से एक शिक्षक को मीडिया ट्रायल कर बदनाम किया गया है उस पर हम चुप नहीं बैठेंगे हमें पूरा भरोसा है कि डॉ सुधीर इस अग्नि परीक्षा में पास होंगे और सभी जांचों में वह निर्दोष साबित होकर हम सबके बीच में पुनः अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। शिक्षक संघ की जिला महामंत्री डॉ०पारुली सिंह ने कहा कि डॉ सुधीर एक योग्य शिक्षक हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय का नाम देश-विदेश में रोशन किया है, उन्हें बदनाम करने की साजिश शिक्षक संघ कामयाब नहीं होने देगा।