खेतासराय (जौनपुर): क्षेत्र के ब्रह्मकुमारी संस्था के गोरारी केंद्र पर शनिवार को राखी के पावन पर्व के अवसर पर एक अनोखा दिव्य एवं अलौकिक राखी महोत्सव बड़े हर्षोल्लास और आध्यात्मिक माहौल में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत ओम् शांति ध्वनि के साथ हुई, जिसके बाद वातावरण में शांति और पवित्रता की अनुभूति फैल गई।
सेंटर प्रभारी बी.के. रूही दीदी ने अपने प्रेरणादायक प्रवचन में कहा कि राखी मात्र एक धागा नहीं, बल्कि यह आत्मा की पवित्रता, भाईचारे, विश्वास और सच्चे आत्मिक संबंधों का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि इस पर्व का वास्तविक उद्देश्य नकारात्मक विचारों को त्यागकर प्रेम, करुणा, सहयोग और आत्मिक शक्ति को अपनाना है, ताकि जीवन में सुख और शांति का संचार हो सके।
दीदी जी ने उपस्थित जनसमूह को ईश्वरीय संदेश सुनाया और सभी को दिव्य गुणों को जीवन में धारण करने का संकल्प दिलाया। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जब हम स्वयं के भीतर सकारात्मक ऊर्जा और सद्भावना का दीप प्रज्वलित करते हैं, तभी सच्ची राखी का अर्थ पूर्ण होता है।
कार्यक्रम में बी.के. रूही, संजय विश्वकर्मा, आनंद बरनवाल, वी.के. नारायण, बी.के. अजीत, दिलीप भाई सहित अन्य सदस्य, स्थानीय नागरिक और बच्चों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। सभी ने एक-दूसरे को राखी बांधकर पवित्र संकल्प लिए और ईश्वरीय स्नेह का अनुभव किया। महोत्सव स्थल को पुष्प सज्जा और आध्यात्मिक संदेश-पटों से अलंकृत किया गया था, जिससे पूरे वातावरण में पवित्रता और सौहार्द का भाव व्याप्त था। कार्यक्रम के अंत में सभी को प्रसाद वितरित किया गया और ओम् शांति के उच्चारण के साथ आयोजन का समापन हुआ।