सुइथाकला : गांधी स्मारक पीजी कॉलेज समोधपुर में प्रबंधक हृदय प्रसाद सिंह रानू के संरक्षकत्व और प्राचार्य प्रोफेसर रणजीत कुमार पांडेय की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन हुआ। इस स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाओं ने रंगोली इत्यादि बनाया तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए । शिवांगी, सोनम गुप्ता,नन्दिनी,चांदनी,सन्तप्रकाश, रविशंकर, ममता शर्मा,नेहा रावत, अंजली आदि ने प्रासंगिक विषयों पर व्याख्यान दिया तथा गीत कविता प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में भारतेंदु हरिश्चंद्र रचित ‘अंधेर नगरी’ नाटक प्रस्तुत करके सामाजिक सन्देश दिया ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रोफेसर रणजीत कुमार पांडे ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारियां का ध्यान रखते हुए अपना कार्य पूरी लगन के साथ और समय पर करना चाहिए । प्रोफेसर पांडे ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रेरक व्यक्तित्व स्वामी विवेकानंद के कथन ‘सभी शक्तियां आपके भीतर हैं आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं’ को आत्मसात करने का आह्वान किया ।
विशिष्ट अतिथि गांधी स्मारक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर अजय प्रताप सिंह ने कहा राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर के दौरान विभिन्न जरूरी विषयों पर रैली भी निकाली जाती है इससे आमजन में भी जागरूकता आती है ।लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए मतदाता जागरूकता आदि रैलियां महत्वपूर्ण हो जाती हैं । राजनीतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका अहम है । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व समन्वयक प्रोफेसर राकेश कुमार यादव ने राष्ट्रीय सेवा योजना की ऐतिहासिक उपलब्धियां को बताया ।प्रोफेसर यादव ने कहा स्वयंसेविकाओं तथा स्वयंसेविकों से कहा कि शिविर से मिले अनुभव का प्रयोग हमें अपने दैनिक जीवन में भी करना चाहिए तथा सामाजिक प्रगति में अपना योगदान देना चाहिए । कार्यक्रम का संचालन रसायन विभागाध्यक्ष डॉक्टर अविनाश वर्मा ने किया । धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर इंद्र बहादुर सिंह ने शिविर के सात दिवसीय अनुभव को साझा किया।उन्होंने शिविरार्थियों को प्रतिभा का धनी बताया।इसके साथ उनके उज्जवल भविष्य की भी कामना की।कार्यक्रम में प्राध्यापक डॉ पंकज सिंह, डॉ नीलमणि सिंह, डॉ अवधेश कुमार मिश्रा, डॉ नीलू सिंह, जितेंद्र सिंह, विकास कुमार यादव, नीलम सिंह, जितेंद्र कुमार, शोधार्थी विपिन कुमार यादव तथा स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाएं उपस्थित रहे