Congressmen agitated over the statement of RSS chief Dattatreya Hosabale
NSUI शहर अध्यक्ष अमन सिन्हा के नेतृत्व मे कार्यकर्ताओं ने पुतला फूक विरोध दर्ज किया।
जौनपुर : 26 जून को आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए RSS दत्तात्रेय होसबोले ने संविधान की प्रस्तावना में आने वाले ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों की समीक्षा करने की मांग की थी. उन्होंने कहा, बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान की प्रस्तावना में इन शब्दों का कभी इस्तेमाल नहीं किया था. ये शब्द आपातकाल के दौरान जोड़े गए थे, जब मौलिक अधिकार रद्द कर दिए गए थे. संसद काम नहीं कर रही थी और न्यायपालिका लंगड़ी हो गई थी. होसबोले ने आगे कहा कि बाद में इन सब पर चर्चा हुई लेकिन प्रस्तावना से दो शब्दों को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया गया. ऐसे में उन्हें प्रस्तावना में रहना चाहिए या नहीं, इस पर विचार किया जाना चाहिए.
इस अवसर पर अमन सिन्हा ने कहा कि RSS का नकाब उतर गया है. समानता, धर्म निरपेक्षता और न्याय की बात करने वाला संविधान RSS को चुभता है. उन्हें मनुस्मृति चाहिए और वह बहुजनों और गरीबों को फिर से गुलाम बनाकर रखना चाहते हैं
इस अवसर पर NSUI उपाध्यक्ष रोहित पाण्डेय जी, कार्तिकेय चतुर्वेदी,विक्की सिंह, NSUI महासचिव शुशांत पाण्डेय जी, कृष्णा पंडित जी, अखिलेश श्रीवास्तव जी, विशाल बिन्द जी, सिद्धार्थ श्रीवास्तव जी,आयुष मौर्या एवं आदि मौजूद रहे।