JAUNPUR दवा कारोबारियों ने प्रधानमंत्री को भेजा पत्र 

0
82
JAUNPUR दवा कारोबारियों ने प्रधानमंत्री को भेजा पत्र 
JAUNPUR दवा कारोबारियों ने प्रधानमंत्री को भेजा पत्र 

Drug traders of Jaunpur sent a letter to the Prime Minister in jaunpur

JAUNPUR NEWS जौनपुर के दवा यूपीएमएसआरए इकाई का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन ईमेल के माध्यम एवं द्वारा जिलाधिकारी जौनपुर के माध्यम से दिया जिसमें अपनी 25 सूत्रीय मांगों को रखा जिनमें मुख्य मांगें निम्नलिखित है –

1– चार श्रम संहिताओं को निरस्त करें और बिक्री संवर्धन कर्मचारी अधिनियम, 1976 सहित मौजूद श्रम कानून को जारी रखें।

2– सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों की निश्चित अवधि रोजगार पर नियुक्त की अनुमति न दें।

3– सुनिश्चित करें कि नियोक्ताओं द्वारा सहस्त्र प्रमोशन कर्मचारियों की कोई छटनी, स्थानांतरण आदि न किया जाए।

4– सभी श्रेष्ठ प्रमोशन कर्मचारियों को समय पर वेतन का पूरा भुगतान सुनिश्चित करें।

5– बिक्री संवर्धन कर्मचारी अधिनियम,1976 के प्रावधानों के तहत विकृत संवर्धन कर्मचारियों के लिए वैधानिक कार्य नियम बनाएं।

6– इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के माध्यम से निगरानी, ट्रैकिंग और गोपनीयता में घुसपैठ को रोकें।

7– बोनस संदाय अधिनियम,2015 के अनुसार उत्तर प्रदेश में कार्यरत सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों को बोनस का भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

8– कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम,1948 के अनुसार सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों को चिकित्सा देखभाल, सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जाए।

9– श्रम कानून का उल्लंघन करने वाले नियोक्ताओं पर मुकदमा चलाकर उन्हें उचित सजा दी जाए।

10– उत्तर प्रदेश औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 2 (z) में संशोधन करें तथा “बिक्री संवर्धन कर्मचारी” को “वर्कमैन” की परिभाषा में शामिल करें।

11– सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन के निर्धारण के लिए वेतन बोर्ड का गठन करें।

12– उत्तर प्रदेश में कार्यरत सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन प्रति माह रुपए 26000 की घोषणा करें।

13– उत्तर प्रदेश में कार्यरत सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों के लिए 8 घंटे कार्य दिवस की अनुसूची घोषित करें तथा कार्य के घंटे निश्चित करें।

14– 1 मई “मजदूर दिवस” को अवकाश घोषित करें।

15– दवाओं की ऑनलाइन बिक्री बंद करें । यह प्रथा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के विपरीत है और इसके दुरुपयोग की आशंका है। ऑनलाइन फार्मेसी के माध्यम से तर्कहीन और गैर-आवश्यक दवाओं के प्रचार की संभावना सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा है।

16– दवाओं की कीमतें कम करें और जीवन रक्षक दवाओं और चिकित्सा उपकरणों पर शून्य जीएसटी सुनिश्चित करें।

17– स्वास्थ्य सेवा के लिए बजट आवंटन बढ़ाया जाए।

 प्रतिदिन मंडल में साथी नीरज श्रीवास्तव ,राजेश रावत ,अजय चौरसिया, अच्युत दुबे, विशाल साहू, अजय सिंह, विकास सिंह, सुनील प्रजापति इत्यादि साथी मौजूद रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here