खेतासराय (जौनपुर): खरीफ की धान की फसल के लिए इन दिनों यूरिया खाद की सबसे अधिक आवश्यकता है, लेकिन शाहगंज-सोंधी विकासखण्ड की एक दर्जन साधन सहकारी समितियों पर यूरिया उपलब्ध नहीं है। कहीं समितियां बंद पाई गईं तो कहीं केवल डीएपी ही किसानों को दी जा रही है। किसान लगातार चक्कर काट रहे हैं, लेकिन खाद वितरण पूरी तरह ठप है।
महरौडा निवासी किसान कमलेश कुमार ने बताया कि खुदौली समिति पर एक सप्ताह पहले खाद तो मिली थी, लेकिन आवश्यकता से काफी कम। अब सचिव के अस्वस्थ होने का हवाला देकर वितरण रोक दिया गया है।
कनवरिया गांव निवासी किसान दयाशंकर प्रजापति का कहना है कि धान की फसल के लिए यूरिया जरूरी है, लेकिन समिति पर केवल डीएपी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द यूरिया नहीं मिली तो फसल बर्बाद हो जाएगी।
बरजी निवासी किसान अमरावती कन्नौजिया ने बताया कि आधार कार्ड समिति पर जमा करने के बावजूद चार दिन से यूरिया नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा, खेती ही हमारे परिवार का सहारा है, दूसरा कोई आय का साधन नहीं है।
मनेछा साधन सहकारी समिति पर यूरिया का वितरण तो हुआ लेकिन कुछ चहेते किसानों को ही खाद मिल सकी। वहीं शाहापुर, अब्बोपुर, खुदौली, अक्खनसराय, चिरैयामोड़, जपटापुर आदि समितियों पर भी यूरिया की किल्लत बनी हुई है। पर्याप्त मात्रा में खाद का वितरण न होने से किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि यदि जल्द आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हुई तो धान की फसल पर संकट गहराना तय है। इस सम्बंध में एडीसीओ शाहगंज राधेश्याम यादव ने बताया कि पहले से स्टॉक नही मिल रहा है, जैसे-जैसे आपूर्ति मिल रही है वैसे वितरण हो रहा है। इफको की आपूर्ति बंद होने से समस्या गहरा गयी है।





