Home धर्म हज यात्रियों का पहला जत्था काशी से काबा के लिए रवाना 

हज यात्रियों का पहला जत्था काशी से काबा के लिए रवाना 

हज यात्रियों का पहला जत्था काशी से काबा के लिए रवाना 

मुल्क में अमन,चैन और शांति के लिए होगी दुआएं

खेतासराय (जौनपुर) क्षेत्र के विभिन्न गांवों से सऊदी अरबिया के मक्का में हज के लिए का पहला जत्था मंगलवार को रवाना हुआ। जो मुल्क में अमन, चैन और शांति के लिए दुआएं मांगेंगे। लोगों ने फूल-माला पहनाकर उनको मुकद्दस की यात्रा पर भेजा है। एक तरफ सगे-सम्बन्धियों से कुछ दिनों के लिए बिछुड़ने से आँखें नम थी तो वही दूसरी तरफ से हज करने की ख़ुशी भी झलक रही थी। इस्लाम धर्म को मनाने वाले लोगों के जीवन और दिलों में इस बात की ख्वाहिश हमेशा रहती है कि जीवन में एक बार हज यात्रा करने का अवसर जरूर मिलें। इस्लाम धर्म के पांच मूल सिद्धांत बताएं गए है। जिसमें विश्वास, सलाह, दान, उपवास और हज शामिल है।

इन्ही पांच सिंद्धान्तों में से एक सिद्धांत हज है, जिसको पूरा करने के लिए क्षेत्र के शाहापुर गाँव निवासी फुरकान अहमद अपनी माता आलम आरा और जमदहा गाँव निवासी अब्दुल मन्नान अपनी पत्नी शबाना खातून के साथ हज यात्रा के लिए मंगलवार को रवाना हो गए। हज के लिए पहला जत्था काशी से रवाना होगा। हज पर जा रहे लोगों ने बताया कि सबसे पहले देश में शांति और तरक्की के लिए दुआएं करेंगे। जिसका भी सपना है हज यात्रा करने की अल्लाह ताला सबके सपनों को साकार करें। जीवन में जरूर हज करना चाहिए तथा देश और लोगों को सुख समृद्धि के लिए दुआएं करनी चाहिए। अब्दुल मन्नान ने कहा कि सभी मुसलमानों को अपने जीवन में कम से कम एक बार इसे अवश्य करना चाहिए यदि वे शारिरिक और आर्थिक रूप से करने में सक्षम है। तीर्थयात्रियों के लिए यह एक गहरा आध्यात्मिक अनुभव है पापों को मिटा देता, उन्हें ईश्वर के करीब लाता है और मुस्लिम एकता को भी परिभाषित करता है।

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