खेतासराय (जौनपुर) राजकीय मत्स्य प्रक्षेत्र गूजरताल पर सोमवार से मत्स्य बीज वितरण कार्य की औपचारिक शुरुआत हो गई। अभियान के पहले ही दिन प्रक्षेत्र से लगभग चार लाख से अधिक मत्स्य बीज का सफल वितरण किया गया।
गौरतलब है कि गूजरताल मत्स्य प्रक्षेत्र कभी एशिया स्तर पर अपनी विशेष पहचान रखता था, किंतु वर्ष 2006 में घाटा दर्शाते हुए यहाँ स्थापित मिनी हैचरी को बंद कर दिया गया। उसके बाद से विभाग द्वारा बाहर से स्पान (जीरा) मंगाकर प्रक्षेत्र के नर्सरी तालाबों में छोड़ा जाता है। यह स्पान विकसित होकर मत्स्य बीज के रूप में तैयार होता है और बाद में मत्स्य पालकों को बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाता है।
फिशरमैन ओ. पी. नागर ने जानकारी दी कि इस वर्ष विभाग ने 50 लाख मत्स्य बीज वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया है। पहले ही दिन 120 रुपये प्रति हजार की दर से चार लाख से अधिक बीज बेचे गए। इस समय प्रक्षेत्र के नर्सरी तालाबों में लगभग एक करोड़ 25 लाख स्पान संचय किए जा चुके हैं। यदि बिक्री की स्थिति संतोषजनक रही तो लक्ष्य पूर्ति हेतु अतिरिक्त 75 लाख स्पान और संचय किए जाएंगे। मत्स्य विभाग के अनुसार, इस वितरण अभियान से न केवल मत्स्य पालकों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध होगा बल्कि स्थानीय मत्स्य उत्पादन को भी नई गति मिलने की संभावना है।