गरूड़ पुराण मौत के रहस्यों के साथ ही जीवन के रहस्यों का खजाना -कथावाचक
जौनपुर: गरूड़ पुराण मौत के रहस्यों के साथ ही जीवन के रहस्यों का खजाना है। उक्त बातें कथावाचक पं.राम केवल दूबे ने शुक्रवार को सुइथाकला क्षेत्र के कोटिया गांव में कथा के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने मृत्यु के पहले और बाद की स्थिति से लोगों को अवगत कराया।
गौरतलब हो कि विगत पांच सितंबर को कोटिया (पिपरौल)गांव निवासी व पूर्व प्रधान बृजेश उपाध्याय ऊर्फ बब्लू के पचासी वर्षीय पिता राम सूरत उपाध्याय का निधन हो गया था।वे एक धर्मनिष्ठ और कर्तव्य परायण प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। दाह-संस्कार के बाद मुख्य यजमान के रूप में सुपुत्र कृष्ण चन्द्र द्वारा गांव स्थित आवास पर गरूड़ पुराण कथा का आयोजन किया गया।जिसमें शुक्रवार को कथा के दौरान कथावाचक पं.रामकेवल दूबे ने गरूड़ पुराण को मौत के रहस्यों के साथ ही जीवन के रहस्यों का खजाना बताया। उन्होंने इसे हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथों में से एक बताया और कहा कि यह धर्म के साथ ही ज्ञान विज्ञान, नीति और नियमों को भी सिखाता है।अंत में उन्होंने इसका अध्ययन करने पर उपस्थित लोगों पर बल दिया।इस दौरान प्रमोद कुमार मिश्र, देवेन्द्र पाण्डेय, जगदम्बा वर्मा,पारस नाथ यादव समेत अन्य शुभचिंतक और परिवार के लोग मौजूद रहे।