जौनपुर : सरजू प्रसाद शैक्षिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था जज कॉलोनी जौनपुर के तत्वाधान में जनपद के महान विभूति डॉक्टर शिव सूरत द्विवेदी चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए संस्था की तरफ से सम्मान समारोह आयोजित कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि डॉक्टर डॉ शिव सूरत द्विवेदी ने कहा कि मेरा जन्म जौनपुर जनपद के पास पश्चिमाचल के छोटे से गांव कठार में हुआ था पिता देवनारायण द्विवेदी माता सूखदा देवी के यहां 24 जुलाई 1938 में हुआ था 1947 में जब देश आजाद नहीं हुआ था तब प्राइमरी स्कूल में कक्षा चार पास किया था 1953 में हाई स्कूल राजा हरपाल सिंह सिंगरामऊ से पास किया था और तिलकधारी इंटर कॉलेज में 1955 में पास किया था और इस साल लखनऊ मेडिकल कॉलेज में टेस्ट पास कर एडमिशन लिया 1955 से 1960 तक मेडिकल की पढ़ाई करता रहा 1960 1960 मार्च में एमबीबीएस पास किया एमबीबीएस करने के बाद 2 माह कबीर चौरा और 1 साल विंध्याचल में सरकारी सेवा दिया 4 जनवरी 1961 में इस्तीफा देकर
जौनपुर जनपद में आ गया अपने बड़े भाई के यहां रहकर डिस्पेंसरी खोला तब से यहां मैं चिकित्सा कार्य कर रहा हूं 30 साल पुराने मकान में फिर नए मकान में आ गया 1981 में में यहां जाकर नए मकान में मैं सेवा दे रहा हूं चिकित्सा करते हुए 65 साल हो गया है मेरे काम का एक ही तरीका रहा है पिताजी कहते थे तुम ब्राह्मण हो तुम्हारी डबल ड्यूटी हो गई है कोई भी मरीज पैसा नहीं है तो उसे भी दवा मिलनी चाहिए कि कभी भी किसी से मैं फीस नहीं लूंगा मैं किसी से ₹1 आज तक फीस के नाम पर शुल्क नहीं लिया है अपने क्लिनिकल डायग्नोसिस से मरीज को सस्ती दवा से ही इलाज करता हूं मेरे चार पुत्र हैं जिनमें तीन डॉक्टर है एक इंजीनियर है मेरी इच्छा यही है कि जब तक हूं निस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा करता रहूं डॉक्टर साहब ने आम जनमानस को स्वस्थ रहने के लिए सुझाव दिया कि मन में कोई तनाव न लें विपरीत परिस्थितियों में भी सहनशीलता रखें पसंद ना आए और सहमत नहीं भी हो तो वहां अपनी असहमति चुप होकर बता दें क्योंकि वाणी से जो भी चीज निकलती है वह हृदय उसकी बात ही देता है सात्विक भोजन भूख से थोड़ा कम शांति और धैर्य के साथ बात नहीं करनी चाहिए भोजन की मात्रा नहीं बढ़ानी चाहिए शाकाहारी भजन होना चाहिए भगवान ने छोटी आत बड़ी लंबी दिया है आदमी का स्वभाव शाकाहारी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी चीफ डिफेंस काउंसिल डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि डॉक्टर साहब ने पूरा जीवन दिन दुखों की सेवा हेतु समर्पित कर दिया है इनका जनपद हमेशा एहसानमंद रहेगा। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार डॉ गिरीश श्रीवास्तव गिरीश ने कहा कि डॉक्टर साहब दीपक की तरह समाज को प्रकाशित करते रहे हम सब उनके सतायु होने की शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं आप जब तक रहेंगे हम सब लाभान्वित होते रहेंगे। डॉ सी सूरत द्विवेदी जी को अंगवस्त्रम माला माल्यार्पण कर इस स्मृति चिन्ह प्रदान कर और श्री राम चंद्र जी का एक पुस्तक देकर सम्मानित किया गया उक्त अवसर पर ठाकुर प्रसाद राय वशिष्ठ नारायण सिंह प्रमोद कुमार प्रजापति सुभाष सरोज इत्यादि लोग उपस्थित रहे ।अंत में कार्यक्रम संयोजक पूर्व अध्यक्ष चाइल्ड वेलफेयर कमेटी संजय उपाध्याय ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।