अप्रशिक्षित कर रहे ऑपरेशन, मरीजों का हो रहा शोषण
खेतासराय (जौनपुर) शाहगंज सोंधी विकास खंड के अरंद गाँव में एक भाड़े के कमरे में संचालित हो रहा कथित निजी अस्पताल न तो पंजीकृत है और न ही किसी मानक का पालन करता है। इसके बावजूद, यहाँ निडर होकर स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर मरीजों का शोषण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी इस पूरे मामले को और भी संदेहास्पद बना रही है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, अस्पताल में न तो कोई अनुभवी डॉक्टर है और न ही प्रशिक्षित स्टाफ। गर्भवती महिलाओं को डरा-धमकाकर अनावश्यक ऑपरेशन के लिए मजबूर किया जाता है। ऑपरेशन के बाद जब मरीज की हालत बिगड़ती है, तो आनन-फानन में उन्हें किसी बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है।
बताया जाता है कि यह अस्पताल बिना किसी पंजीकरण या डिग्री के, भगवान भरोसे चल रहा है। स्थानीय स्तर पर सक्रिय कुछ दलाल गाँवों से मरीजों को बहला-फुसला कर इस कथित अस्पताल में लेकर आते हैं, जहाँ पहले तो उन्हें महंगी और अनावश्यक जाँचों के जाल में फँसाया जाता है और फिर भय का माहौल बनाकर सीजेरियन ऑपरेशन के लिए मजबूर किया जाता है।
गाँव के निवासी रविन्द्र कुमार ने बताया कि यह अस्पताल पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित हो रहा है और प्रतिदिन कई मरीज इसके शिकार बन रहे हैं। वहीं, उर्मिला देवी का कहना है कि अस्पताल संचालक रसूखदार हैं और वर्षों से यह अस्पताल प्रशासन की आँखों में धूल झोंकते हुए बेधड़क चल रहा है। सरकारी सुविधाओं के होते हुए भी ग्रामीण इस जाल में फँसते जा रहे हैं।
जब इस पूरे मामले को लेकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, पीएचसी सोंधी, डॉ. सूर्यप्रकाश यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा, अस्पताल का शीघ्र भौतिक निरीक्षण किया जाएगा और यदि अनियमितताएं पाई जाती हैं तो दोषियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।