Saturday, July 26, 2025
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IIT Delhi:परिश्रम और आत्मविश्वास के बिना कुछ भी संभव नही

Shiva has got admission in IIT Delhi by passing difficult exams like JEE Mains and JEE Advanced in the first attempt

  • हौसलों से लिखी सफलता की कहानी:गोरारी के शिवा ने किया IIT में कमाल

IIT ADMISSION 2025 जौनपुर:सपनों को साकार करने के लिए अगर संकल्प मजबूत हो तो कोई भी परिस्थिति बाधा नहीं बन सकती खेतासराय क्षेत्र के छोटे से गांव गोरारी के रहने वाले 19 वर्षीय शिवा साहू ने यह साबित कर दिया है कि कठिन परिश्रम,आत्मविश्वास और परिवार का साथ मिल जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। बेहद साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले शिवा ने पहले ही प्रयास में JEE मेन्स और JEE एडवांस जैसी कठिन परीक्षा पास कर IIT दिल्ली में दाखिला प्राप्त किया है।

पहले ही प्रयास में मिली ऐतिहासिक सफलता

शिवा साहू को जेईई एडवांस परीक्षा में ऑल इंडिया जनरल रैंक 6853 और ओबीसी श्रेणी में 1421वीं रैंक प्राप्त हुई है। उनका चयन प्रतिष्ठित IIT दिल्ली में केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT) पाठ्यक्रम के लिए हुआ है। यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि गोरारी गांव के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी छात्र ने देश के टॉप इंजीनियरिंग संस्थान में स्थान बनाया है।

गांव में जश्न का माहौल, हुआ भव्य स्वागत

जैसे ही शिवा की इस ऐतिहासिक सफलता की खबर गांव पहुँची, पूरे गोरारी गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़े बजाकर और फूल मालाएं पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया। लोग गर्व और खुशी से झूम उठे। यह केवल शिवा के परिवार की नहीं, पूरे गांव की जीत है।

पिता करते हैं बर्तन की फेरी, मां संभालती हैं घर

शिवा के पिता छोटेलाल साहू गांव-गांव घूमकर बर्तन बेचते हैं। बेहद सीमित आय के बावजूद उन्होंने कभी बेटे की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी। उनका कहना है, बेटा शुरू से ही पढ़ाई में तेज था। हमने जितना बन पड़ा, उसे सपोर्ट किया। आज उसका मेहनत रंग लाई। शिवा की मां एक गृहिणी हैं, जो परिवार और बेटे के सपनों को संवारने में सदा समर्पित रहीं।

प्रारंभिक शिक्षा से कोटा तक का सफर

शिवा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेट तुलसी ग्लोबल स्कूल, आमगांव, फुलेश से पूरी की। हाईस्कूल के बाद उसने कोटा (राजस्थान) जाकर जेईई की तैयारी शुरू की और अपनी मेहनत व लगन से पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित की। इंटरमीडिएट परीक्षा में उसे 88% अंक प्राप्त हुए, जो उसकी प्रतिभा और परिश्रम का प्रमाण हैं।

आगे है सिविल सेवा में जाने का सपना

अपने अनुभव साझा करते हुए शिवा ने बताया कि उसकी सफलता का श्रेय वह अपने माता-पिता और गुरुजनों को देता है। उसने कहा, यह शुरुआत है। मेरा अगला लक्ष्य सिविल सेवा में चयन पाना है ताकि मैं देश की सेवा कर सकूं और अपने जैसे अन्य संघर्षरत युवाओं के लिए प्रेरणा बन सकूं।

पूरे क्षेत्र में छाया गर्व का माहौल

शिवा की इस उपलब्धि ने केवल उसके परिवार को ही नहीं, बल्कि खेतासराय और आस-पास के गांवों को भी गर्व से भर दिया है। गांव के लोग उसके संघर्ष और सफलता की मिसाल दे रहे हैं। इस अवसर पर पूर्व प्रधान आनंद बरनवाल, विद्यालय के प्रबन्धक दुर्गेश सिंह, प्रधान संदीप मौर्य, कमलाकांत मौर्य, प्रधानाचार्य विनोद कुमार यादव,अभिषेक अस्थाना,मनोज कुमार, दीपक कुमार मौर्य सहित कई ग्रामीणों और शिक्षकों ने शिवा को शुभकामनाएं दीं और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।

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