हमें अपने पूर्वजों के मान को याद रखना होगा- न्यायमूर्ति गौतम चौधरी
शाहिद वॉल पर दीपक जलाकर ही शहर की दीपावली पूर्ण होगी शाहिद बोल प्रयागराज का एक तीर्थ है जहां पर आजादी के लिए बलिदान हुए शहीदों की गौरव गाथा अंकित है यह इसीलिए बलिदान हुए कि हम आजादी से दीपक जलाकर दीपावली मना सके आज यहां दीपक जलाकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।उक्त बातें न्यायमूर्ति डॉक्टर गौतम चौधरी ने आज शहीद बल पर आजादी वाली दीपावली आजादी चाहने वालों के साथ मनाते हुए कहानी उन्होंने यहां पर एक दीपक जलाकर शहीदों को नमन किया और कहा कि समाज अपना इतिहास और पूर्वजों का गौरव नहीं भूलना चाहिए यहां जिन्होंने शहादत पाई है वह सभी हमारे पूर्वज हैं हमारे गौरव के प्रतीक हैं हमारे अस्मिता के प्रतीक हैं। शहीदवॉल के लिए जो बन सकेगा सब करूंगा।भारत भाग्य विधाता के तथावधान में शहीदवॉल पर एक रोशनी शहीदों के नाम दीपावली आजादी चाहने वालों के साथ मनाया गया।
शाहिद वालों के संस्थापक वीरेंद्र पाठक ने बताया कि गुलामी के दौर में यहां पर भारतीय और कुत्तों का आना प्रतिबंध था 1857 के बाद अंग्रेजों ने सिविल स्टेशन क्रांतिकारियों के आठ गांव पर बनाया। अबकी महात्मा गांधी मार्ग कभी किंग्स रोड भी कहलाती थी क्योंकि यहां सिर्फ अंग्रेज ही आ सकते थे भारतीय और कुत्ते यहां कभी नहीं आ सकते ऐसे में इसी स्थान पर आजादी चाहने वाले शहीदों के साथ एक दीपक रोशन करके आजादी वाली दीपावली मनाना गर्व की बात है।
इस अवसर पर अनिल गुप्ता कृष्ण जी शुक्ल शशिकांत मिश्रा अभिषेक मिश्रा डा अखिलेश मिश्र उत्तम बनर्जी ललिता अग्रवाल राहुल दुबे वर्तिका शुक्ला मोरारजी त्रिपाठी अरविन्द मालवीय पूनम सिंह आशुतोष शुक्ल एसपी श्रीवास्तव जगत नारायण तिवारी बाबा मिश्रा विक्रम मालवीय सुधीर सिन्हा अनंत पांडे डॉ घनश्याम मिश्रा उत्तम बनर्जी डॉक्टर संजय तिवारी अरूण शुक्ला नाजिम अंसारी लाइक अहमद आरव भरद्वाज प्रदीप तिवारीअजय गुप्ता आदि ने प्रमुख रूप से अपने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रमोद शुक्ला ने किया। सभी ने एक दीपक जलाकर शहीदवॉल को रोशन किया।