Jalsa-e-Amari in Baragaon, devotees from all over the country and abroad
- बड़ागांव में निकला विश्व का पहला जुलूस-ए-अमारी: देश-विदेश से आए श्रद्धालु, पुलिस की कड़ी सुरक्षा में संपन्न हुआ कार्यक्रम
जौनपुर : शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के बड़ागांव में सोमवार को विश्व का पहला ऐतिहासिक जुलूस-ए-अमारी निकाला गया। हुसैनी मिशन के अध्यक्ष सैयद जीशान हैदर के नेतृत्व में जुलूस प्रातः चार बजे शुरू हुआ।
जुलूस में अलम, जुलजनाह और अमारियां शामिल थीं। देश भर से आई दर्जनों अंजुमनों ने अलग-अलग अंदाज में नौहा व मातम पेश किया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अंजुमन तमन्ना-ए-जहरा ने चाय और शरबत की व्यवस्था की। शाहगंज स्थित रोडवेज पर भी दो अलग-अलग स्थानों पर सबील का इंतजाम किया गया।
नमाज-ए-सुबह के बाद पंजा-ए-शरीफ से शुरू हुआ जुलूस मगरिब के समय चहार रौजा पर समाप्त हुआ। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के साथ हिंदू श्रद्धालुओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान, कोतवाली प्रभारी दीपेंद्र सिंह, चौकी प्रभारी मुन्नालाल शर्मा सहित सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात रहे।
मौलाना वसी हसन फैजाबादी, मौलाना हसन मेंहदी गाजीपुरी, मौलाना मिर्जा जाफर लखनऊ समेत कई धर्मगुरुओं ने कर्बला की जंग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने अहिंसा का मार्ग अपनाकर मानवता की रक्षा की। कार्यक्रम का संचालन सैयद परवेज मेहंदी और असगर मेहंदी गुड्डू ने किया।