JAUNPUR NEWS जौनपुर । बशीरपुर प्रधानमंत्री आवास जाँच कांड में पीड़ित गांव के कुछ लोग महिलाओं के साथ आज मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुच कर धरने पर बैठ गए ,अचानक सैकड़ो की संख्या मे महिलाओ को देख पुलिस वालो के हाथ पाव फूलने लगे ,जिलाधिकारी कार्यालय पर डीएम उपस्थित नही रहे जिसको लेकर गांव के लोग निराश दिखे मगर महिलाओ ने अपना दम दिखाया और न्याय को लेकर नारे लगाने लगी, मौके पर पहुची मिया पुर पुलिस चौकी के सिपाहियों ने इसकी सूचना थाना लाइनबाजार को दी आननफानन में वहाँ पहुँचे थानाध्यक्ष लाइन बाजार सतीश सिंह ने मौके की नजाकत को देखते हुए किसी तरह उनको शांत कराया।
जिलाधिकारी को दिए गए शिकायत पत्र मे ग्रामीणों दूसरे पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान समय में प्रार्थिनी की पुत्रवधू ग्राम प्रधान है। को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास के सत्यापन एवं लाभार्थियों के चयन हेतु ब्लाक कर्मचारी बीते दिनों आए हुए थे।
उस समय गाँव का मनीष गौतम व सूरज गौतम कुछ लोगों को साथ लेकर कार्यवाही में अवरोध करने लगे तथा इच्छानुसार लाभार्थियों का चयन कराने के लिए दबाव बनाने लगे। प्रार्थिनी के पति द्वारा मना करने पर भी नहीं माने। इसके बाद ब्लाक के कर्मचारी बिना कोई सत्यापन की कार्यवाही किए वापस चले गये। इसी बात को लेकर करीब तीन बजे दिन में मनीष गौतम पुत्र अमर बहादुर, सूरज गौतम पुत्र कल्लू गौतम, अमर बहादुर पुत्र धनई, राहुल गौतम पुत्र राधे, सोनू गौतम, राहुल गौतम पुत्रगण राज बहादुर, आलू गौतम पुत्र मोती, लाली गौतम पुत्र राजबहादुर, सोनू गौतम पुत्र राधे, अनुराग मणि उर्फ बाबा पुत्र रामकुमार, इन्दू गौतम पुत्र अमर बहादुर अपने
अन्य कई लोगों को लेकर सरिया, लाठी, डण्डा, तमंचा आदि घातक हथियारों से लैस होकर प्रार्थिनी के मकान पर जान से मार डालने की नियत से ललकारते हुए गाली-धमकी देते हुए चढ़ आए।
उनका आरोप है कि गांव की निर्मला अपने पूर परिवार सहित अपने घर के अंदर हो गयी तो सभी लोग ईंट-पत्थर चलाते हुए व फायर करते हुए प्रार्थिनी के मकान में घुसकर तोड़-फोड़ करते हुए गेट तोड़ कर परिवार बालों पर हमला कर दिए। अपनी व अपने परिवार वालों की जान ना बचती देखकर प्रार्थिनी के पति ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से आसामानी फायर किया, तब वहाँ से सभी लोग भागकर रेलवे पुल के पास प्रार्थिनी के जेठ की पूरी दुकान तोड़-फोड़ कर लूट लिए और आग लगा दिए। हमलावारों के चले जाने के पश्चात् प्रार्थिनी के पति ने परिवार वालों को लेकर थाने गया। वहाँ पर प्रार्थिनी के पति व चोटिल को थाने पर बैठाकर हमलावारों की तरफ से रपट लिखकर चालान कर दिए। प्रार्थिनी की तरफ से चोटिलोंका डाक्टरी मुआवना करवाकर पुलिस वालों ने अपने पास रख लिया लेकिन रपट नहीं लिखी। हमलावरों द्वारा किए गए हमले की सारी वीडियो घर के बगल के मकान पर लगी सी०सी०टी०वी० कैमरे में सुरक्षित हैं। पुलिस वाले गांव के घरों पर लगा हुआ सी०सी०टी०वी० कैमरे की चिप को उठा ले गए।
घटना स्थल का निरीक्षण एवं सी०सी०टी०वी० की फुटेज देखने के बावजूद भी प्रार्थिनी की तरफ से पुलिस द्वारा घटना की रपट नहीं लिखी गया। घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों एवं प्रत्यक्ष दर्शियों के बयान के आधार पर प्रार्थिनी की तरफ से भी उसका मुकदमा लिखकर विवेचना किया जाना आवश्यक है। उनकी मांग है कि प्रार्थना पत्र के आधार पर रपट लिखकर विवेचना का आदेश पुलिस आधीक्षक को दे , जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में मुख्य रूप से निर्मला पत्नी रामहित निषाद,पुड्ड नेहा, शाल सोनू, निलम समेत गांव के सैकड़ो लोग मौजूद रहे।