खेतासराय (जौनपुर) बुधवार की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई जब 70 वर्षीय एक बुजुर्ग की लाश खेतासराय-जौनपुर मुख्य पर मनेछा ग्राम सभा में स्थित मनाग ताल के किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ। वे मंगलवार सुबह से घर लापता थे और देर शाम जब वापस नहीं लौटे तो परिजन अगल-बगल तलाश करने लगे। बुधवार की सुबह जब खोजबीन करते हुए मनाग ताल पहुँचे तो शव देखकर परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के शाहापुर निवासी 70 वर्षीय छबीले बिन्द मंगलवार को नित्य की भांति कमल का फूल निकालने गए। देर शाम तक वह घर नहीं लौटे तो परिजन खोजबीन चालू कर दिए। लेकिन कही सुराग नहीं चल सका। बताया जाता है कि बुधवार की सुबह परिजन पुनः ताल की तरफ तलाश करने गए तो ताल के किनारे संदिग्ध परिस्थितियों बुजुर्ग का शव बरामद हुआ। जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। परिजन पुलिस को सूचना दिए बगैर अंतिम संस्कार कर दिया।
विदित हो कि छबीले बीते कई वर्षों से कमल का फूल व बेल-पत्र तोड़कर बनारस जाकर बेचते थे। यही उनका जीवनयापन का एकमात्र साधन था। उम्र के इस पड़ाव में भी वे अपने परिवार की जिम्मेदारी को पूरी मेहनत से निभा रहे थे। उनका परिवार बेहद गरीब है और आर्थिक कठिनाईयों के बीच वे किसी तरह अपने परिजनों का पेट पाल रहे थे। छबीले बिन्द की पत्नी का निधन 25 वर्ष पूर्व सर्पदंश (सांप काटने) से हो गया था। तभी से उन्होंने अकेले ही अपने इकलौते पुत्र सूरज बिन्द की परवरिश की। सूरज रोजी-रोटी के लिए मुम्बई मज़दूरी करता है और पूरे परिवार की आजीविका का एक सहारा बना हुआ है। छबीले बिन्द अपने पीछे बहु आरती बिन्द और अंश (12), आरुही (8), आरुषि (4) व आयुष (2) पोते-पोतियों को छोड़ गए है। घर से सबसे बुजुर्ग और जिम्मेदार सदस्य के अचानक चले जाने से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। बहु आरती का रो-रोकर बुरा हाल है और बच्चे गहरे सदमे है। इस सम्बंध में थानाध्यक्ष रामाश्रय राय ने बताया मामले की जानकारी नहीं है।