Ateva Jaunpur submitted a memorandum to public representatives regarding TET.
- 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों पर TET की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग
जौनपुर। उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर सक्रिय अटेवा पेंशन बचाओ मंच जौनपुर इकाई ने आज एक अहम कदम उठाते हुए 2011 से पूर्व नियुक्त बेसिक शिक्षकों पर थोपे गए TET (शिक्षक पात्रता परीक्षा) की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों को एक ज्ञापन सौंपा।

इस ज्ञापन कार्यक्रम का नेतृत्व जिला संयोजक चंदन सिंह, जिला महामंत्री इंदु प्रकाश यादव व जिला कोषाध्यक्ष नंदलाल पुष्पक ने किया। कार्यक्रम में जिले के सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए, जिन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाया।

ज्ञापन जौनपुर सांसद बाबू सिंह कुशवाहा, राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मछलीशहर विधायक डॉ. रागिनी सोनकर एवं मुगरा बादशाहपुर विधायक पंकज पटेल को सौंपा गया।
इस अवसर पर अटेवा महिला विंग जिलाध्यक्ष आराधना चौहान, करंजाकला ब्लॉक अध्यक्ष पूनम जायसवाल, कैडर प्रभारी टी एन यादव ,जगदीश यादव, जिला संगठन मंत्री अरविंद यादव, संदीप यादव, सुभाष सरोज, ब्रह्मशिल यादव, डॉ. राजेश उपाध्याय, प्रमोद प्रजापति, प्रदीप चौहान, आशीष लोहिया, प्रदीप उपाध्याय, अशोक कुमार यादव, सूरज कन्नौजिया,यादवेंद्र यादव, राहुल यादव, शेर बहादुर यादव, मानिक चंद्र पटेल, आनंद स्वरूप यादव, नवीन शर्मा, राहुल शर्मा समेत सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

मंडल महामंत्री संदीप चौधरी* ने कहा कि 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों पर TET की अनिवार्यता थोपना न केवल अनुचित है, बल्कि यह उनके भविष्य और गरिमा पर सीधा प्रहार है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की बाधाएं शिक्षकों की मनोबल को गिराने का काम करती हैं।
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प्रदेश महिला विंग की सह-प्रभारी डॉ. यामिनी सिंह ने केंद्र व राज्य सरकार से अपील की कि वह शीघ्रता से इस मामले में हस्तक्षेप कर शिक्षकों को राहत प्रदान करे। कार्यक्रम पूरी तरह अनुशासित और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ, जिसमें शिक्षक समुदाय की एकता और जागरूकता साफ दिखाई दी। अटेवा की यह पहल शिक्षकों के हित में उठाया गया एक सशक्त कदम माना जा रहा है।