खुले आसमान के नीचे रहने को परिवार, गृहस्थी के सामान बर्बाद, फिलहाल कोई जनहानि नही
शाहगंज, ( जौनपुर) दो दिन से हो रही लगातार बारिश ने जहां मौसम को खुशगवार किया, किसानों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी वहीं गरीब की झोपड़ी के लिए भारी संकट खड़ी कर दिया। क्षेत्र के सबरहद गांव में कई कच्चे मकान बरसात की भेंट चढ़ गए। जिसके चलते परिवार की गृहस्थी उजड़ गई और पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।
उक्त गांव के उजरौटी पुरवा निवासी गुड़िया अपने दिमागी रुप से बीमार पति इंद्रेश राजभर और दो बच्चों के साथ रहती है। पति बेरोजगार है, गुड़िया लोगों के घरों में खाना बनाकर किसी तरह से परिवार की जीविका चला रही है। बीती रात गुड़िया का मकान बारिश की भेंट चढ़ गया। परिवार के लोग महज एक कपड़े पर खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। धराशायी हुए मकान में गृहस्थी के सारे सामान और राशन आदि बर्बाद हो गए।
ऐसा ही हाल उनकी पड़ोसी फूलमती देवी का भी हुआ। वहीं रसूलपुर में मित्तन पुत्र संतलाल, संगीता पत्नी फिरतू राजभर, रामनेत पुत्र सीताराम और जंग बहादुर के लिए भी बरसात मुसीबत का सबब बनकर आई है। गरीब की चादर में लिपटे ये सभी परिवार किसी तरह से मेहनत, मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। फिलहाल राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान के आंकड़े जुटाने में लगी हुई है। तहसील प्रशासन पीड़ित परिवारों की मदद के कवायद में जुटा रहा। देखना ये है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास की योजना इन गरीब परिवारों के चौखट पर कब तक दस्तक देती है।