समूह की महिलाएं विद्यालयों में कैसे से बांटे चना गुड़
खुटहन [ जौनपुर ] सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना के अलावा (सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन) अतिरिक्त पोषण सामग्री उपलब्ध कराए जाने का फरमान जारी कर इसके वितरण की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूहों को सौंपी है। सप्ताह के प्रत्येक गुरुवार को प्राथमिक अथवा उच्च प्राथमिक के सभी बच्चों को चना गुड़ अथवा चिक्की और चना दिया जाना है। जिस पर ब्यय होने वाला धन विद्यालयों के एमडीएम खाते में सरकार द्वारा अलग से भेजे जाने की व्यवस्था है। प्राध्यापक द्वारा चेक के माध्यम से समूह को भुगतान किया जाना है। ढाई माह बीत जाने के बाद भी खाते में पैसा नहीं भेजा गया। जिसके चलते वितरण में समूह के सदस्यों के समक्ष तमाम समस्याएं आ रही है।
नवंबर माह से प्रारंभ की गई योजना के प्रथम मास का पैसा तो खाते में भेज दिया गया था। उसके बाद दिसंबर और जनवरी माह तथा फरवरी महीना भी आधा बीतने वाला है। लेकिन धन नही भेजा गया। जिसके चलते समूहों के द्वारा अतिरिक्त पोषण सामग्री वितरण में समस्या खड़ी हो गई है। महिलाओं ने बताया की दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं मिल रहा है। अगर भुगतान एक सप्ताह के अंदर नही हुआ तो हम अगले सप्ताह से वितरण करने में असमर्थ हो जायेंगे।