Tuesday, July 15, 2025
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pahalgam terror attack:पत्नी ने बिंदी उतारी तो पति ने हाथ का कलावा

pahalgam terror attack today : जनपद जौनपुर के कपल नया खुलासा किया है बैसरन घाटी पहलगाम में 22 अप्रैल को दहसत भरी दास्तां बयां  किया है पत्नी ने बिंदी उतारी तो पति ने हाथ का कलावा पहलगाम घाटी में आतंकी घटना स्थल से 700 मीटर दूर मौजूद पति सूर्यमणि पांडेय पत्नी विजय लक्ष्मी निवासी भूपत पट्टी। ने पहलगाम से लौटने के बाद आज भी खौफ में है। 18 अप्रैल को बाबतपुर एयरपोर्ट वाराणसी से श्री नगर के लिए निकले पति ने बताया कि वह 22 तारीख को  पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दिन वही थे। बैसरन घाटी जिसे मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है  वहां जाने के लिए  दोनो ने 2 घोड़ा किया । सड़क से 5 किलोमीटर तक का सफर घोड़े से तय कर बैसरन घाटी पहुंचे वहां नाश्ता पानी के लिए घोड़े से उतरते समय पत्नी विजयलक्ष्मी के हाथ में चोट लग गई l

शनिवार को पत्नी विजय लक्ष्मी ने ANI से बात चीत करते हुए बताया  कि जब उनको चोट लगी तो उन्होंने समझ लिया कि वह अब आगे आगे का सफर नही कर पाएंगी । यहीं से वापस लौटिए। तब वहीं पास की कैंटीन में नाश्ता करने लगे। तभी घाटी में सात-आठ सौ मीटर दूर तीन-चार फायर की आवाज सुनाई दी । घोड़े वालों ने कहा कि गुब्बारा फूटा होगा।धुआं दिख रहा था।तभी कुछ लोग दौड़ते हुए बचाओ बचाओ कहते हुए हम लोगों की तरफ आने लगे और बोले कि टेररिस्ट अटैक हुआ है। हम लोग यह सुनकर कांप उठे और पैदल ही भागने लगे।घोड़े वाले दौड़ते हुए हम लोगों के पीछे आए और कहे फायरिंग हुई है। आप लोग घोड़े पर बैठें और तुरंत नीचे चलिए। मोबाइल निकाला तो घोड़े वाले ने मना किया कोई रिकॉर्डिंग या फोटोग्राफी न करो, जान बचाओ। हाथ का कलवा और शिखा काटने को बोला व पत्नी से सिंदूर, बिंदी निकालने को कहा। पत्नी ने बिंदी निकाल दिया। सिंदूर टोपी के नीचे छिपा ली। पत्नी रोने लगी। घोड़े वाले ने कहा कि आप डरिए मत औरतों को नहीं मारते हैं।

रास्ते में दौड़ते हुए जो लोग आ रहे थे वह कह रहे थे कि हिंदू पूछ कर गोली मार रहे हैं।इतनी देर में तीन-चार बार फायरिंग की आवाज और सुनाई पड़ी। करीब 25 मिनट में हम लोग घोड़े से पहलगाम पहुंचे तब तक वहां सीआरपीएफ के लोग आ गए थे।गाड़ी में बैठ गए सीआरपीएफ कवर करते हुए होटल तक लाई और यह हिदायत दिया कि आप लोग बाहर न निकलें। करीब 3:30 बजे हम लोग होटल में पहुंच चुके थे। होटल वाले व ड्राइवर कैंडल जुलूस  के साथ नारा लगा रहे थे की मेहमान हमारी जान है,कश्मीर की पहचान है, कत्लेआम बंद करो। कहे कि हम लोग अपनी जान दे देंगे आप लोगों को कुछ नहीं होने देंगे। 24 अप्रैल को पति पत्नी हवाई जहाज से बाबतपुर एयरपोर्ट वाराणसी पहुचे रिजर्व वाहन से सही सलामत घर जौनपुर  लौट आये । kashmir attack,pahalgam

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