प्रापर्टी डीलर सिकंदर आलम ने दी थी 10 लाख रुपये में हत्या की सुपारी
जौनपुर ( शाहगंज ) पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या के मामले का पुलिस ने शुक्रवार की सुबह खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक आशुतोष की हत्या जमीन प्लाटिंग को लेकर विवाद के चलते की गई थी। उसकी हत्या के लिए प्रापर्टी डीलर सिकंदर आलम नाम के व्यक्ति ने कुख्यात अपराधी प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस को 10 लाख की सुपारी दी थी। प्रिंस बुधवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
पुलिस ने वारदात के वक्त अपाची गाड़ी चला रहे प्रिंस के साथी नीतीश कुमार राय को गिरफ्तार किया है। उसके पास से घटना में प्रयुक्त सफेद अपाची भी बरामद की गई है।बताते चलें कि सिकंदर आलम के खिलाफ 1997 से अब तक खेतासराय और शाहगंज में हत्या के प्रयास, मारपीट आदि के 9 मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ 2012 में गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई।
प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ठाकुर ने बताया कि 13 मई को आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी प्रशान्त सिंह उर्फ प्रिन्स पुत्र प्रेम नारायण सिंह निवासी ग्राम नेवादा ईश्वरी सिंह थाना सरायख्वाजा ने की थी। बुधवार तड़के खेतासराय थाना क्षेत्र में हुई पुलिस मुठभेड़ में वो घायल हुआ और अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती के 39 मामले दर्ज हैं। जो एक लाख रुपये का ईनामी था।
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि हत्या को अंजाम देते वक्त प्रशांत सिंह के सहयोगी और अपाची बाइक चला रहे नीतीश कुमार राय को गुरुवार को देर रात चोरी की सफेद रंग की अपाची मोटरसाइकिल के साथ आजमगढ़ रोड स्थित मलमला पुलिया से गिरफ्तार किया गया। वो आजमगढ़ जिले के जीयनपुर थाना क्षेत्र स्थित बछउर खुर्द गांव का निवासी है। उसके पास से फर्जी नम्बर प्लेट की अपाची मोटरसाइकिल भी बरामद हुई।
बाइक के चेचिस नंबर में दो अंक मिटाए गए हैं और उसे अक्टूबर 2022 में राबर्टसगंज से चोरी किया था। गिरफ्तार युवक नीतीश राय ने मीडिया को बताया कि उसे नशा करने की आदत है। जरायम की दुनिया में नाम कमाने के लिए वो प्रशान्त सिंह उर्फ प्रिंस के साथ मिलकर अपराध करने लगा। नीतीश न आशुतोष की हत्या में अपने और प्रशांत सिंह के शामिल होने की बात कबूल की।
उसने बताया कि प्रशान्त सिंह के इनकाउंटर की खबर सुनकर वो उनके घर मुलाकात करने जा रहा था, लेकिन रास्ते में पुलिस ने पकड़ लिया।नीतीश ने बताया कि उसे प्रशान्त सिंह ने बताया था कि आशुतोष की सुपारी जमीन प्लाटिंग को लेकर सिकन्दर आलम ने दी है। 10 लाख की सुपारी में 50 हजार मिला था और बाकी पैसे बकाया थे। जेल में बंद सिकंदर के दोस्त मो. हाशिम के जरिए प्रशान्त सिंह से बात तय हुई थी।
नीतीश ने बताया कि प्रशान्त ने उसे पीने खाने के लिए पांच हजार रुपया दिया था।उसने बताया कि घटना के वक्त वह बाइक चला रहा था, वहां एक बच्चा भी था जिसे प्रशांत ने जोर से चिल्लाकर पिस्टल दिखाकर धमकाया। नीतीश के मुताबिक प्रशान्त अपनी पत्नी को ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ाने की बात करते थे। नीतीश को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक मनोज ठाकुर, कांस्टेबल ज्ञान प्रकाश सिहं, नीरज कनौजिया और राकेश कुमार गुप्ता शामिल रहे।