एक दशक से बंद पड़ी है खेतासराय रेलवे स्टेशन की पीआरएस सेवा,कायाकल्प हुआ स्टेशन का तो खत्म हो गई पीआरएस विंडो
खेतासराय (जौनपुर) एक दशक से इस क्षेत्र की सबसे बड़ी जनहित समस्या को लेकर कोई जनप्रतिनिधि नही हुआ मुखर चुनाव को लेकर प्रत्याशी गाँव-गाँव जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है। लेकिन जन सरोकार से जुड़े मुद्दों पर बात करने से कतराते नज़र आते है। और न ही जन समस्याओं से सम्बंधित मुद्दों को उठाने की बात करते है। क्षेत्र के विकास के नाम पर वोट लेकर प्रत्याशी गायब हो जाते है। ऐसे ही मुद्दों में एक अहम मुद्दा है Khetasarai railway station का, जहां आज से तकरीबन एक दशक पूर्व इस क्षेत्र के तत्काली सांसद के प्रयास से पब्लिक रिजर्वेशन सिस्टम खेतासराय स्टेशन पर चालू हुआ। क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गयी उम्मीद की किरण जगी की अब रिजर्वेशन टिकट लेने के लिए दस किलोमीटर दूर शाहगंज या पच्चीस किलोमीटर दूर जौनपुर नहीं जाना होगा। लेकिन यह सब चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात की तरह ही बनकर रह गया ऐसे में तब से लेकर आज तक न तो कोई विधायक,मंत्री न ही कोई सांसद ने इस पर ध्यान दिया। स्थानीय नेताओं द्वारा भी इस मुद्दे को लेकर कभी जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट नहीं कराया गया।
खेतासराय रेलवे स्टेशन
बताते चलें की वाराणसी-फैजाबाद रेल प्रखंड पर खेतासराय रेलवे स्टेशन पर पब्लिक रिजर्वेशन सिस्टम PRS service (पीआरएस) सेवा का उद्घाटन अप्रैल 2012 में तत्कालीन सांसद धनजंय सिंह ने किया था। सांसद ने उद्घाटन तो कर दिया था लेकिन बुकिंग क्लर्क की तैनाती ना होने से रिजर्वेशन आज तक शुरू नहीं हो पाया इस स्टेशन की भौगोलिक स्तिथि यह कि इस स्टेशन से गैर जनपद आज़मगढ़ नगर पंचायत सहित आसपास के सैकड़ों गांव के लोग यात्रा करते है इन सभी का केन्द्र है खेतसराय रेलवे स्टेशन, इस क्षेत्र में भारी संख्या में लोगों का अन्य प्रदेशों में आवागमन होता है पीआरएस की सुविधा न होने से टिकट के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है यात्रियों को समय से टिकट भी नही मिल पाता रिज़र्वेशन टीकट के नामपर उन्हें कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर स्टेशन अधीक्षक सुरेश कुमार यादव ने बताया कि पीआरएस वर्षो से ठप्प पड़ा है इसके लिए अलग से कोई विंडो नही है और ना ही अलग से किसी क्लर्क की तैनाती है सुविधा मिलने पर चालू कराया जाएगा।