50वें आपातकाल दिवस पर हुआ आयोजन, लोकतंत्र की रक्षा का लिया संकल्प
खेतासराय (जौनपुर) विकासखण्ड शाहगंज सोंधी सभागार में बुधवार को 50वां आपातकाल दिवस मनाया गया, जिसमें लोकतंत्र की महत्ता और आपातकाल के दौर की गंभीरता पर विस्तार से चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता खण्ड विकास अधिकारी पीयूष त्रिपाठी ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय माना जाता है, जब देश के नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था। ऐसे दौर से देश को दोबारा गुजरना न पड़े, इसके लिए हर नागरिक को सजग रहना होगा।
ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजय सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि यदि भविष्य में कभी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो तो हमें एक जागरूक प्रहरी की भूमिका निभानी चाहिए और लोकतंत्र की रक्षा हेतु विरोध का साहस दिखाना चाहिए। उन्होंने युवाओं को इतिहास से सीखने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने बताया कि 25 जून 1975 को देश में आपातकाल की घोषणा की गई थी, जिसमें संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत तत्कालीन सरकार ने आपातकाल लागू किया। इस दौरान प्रेस की स्वतंत्रता, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति का अधिकार सीमित कर दिया गया था। यह 21 मार्च 1977 तक लागू रहा। कार्यक्रम में इस पूरे कालखंड की घटनाओं और प्रभावों पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर प्रमोद कुमार सिंह एडीओ एसबीआई, संजय यादव, निपेंदर सिंह एपीओ, हरिश्याम वर्मा, विजय कश्यप, विजय गौड़, पिंटू, रमेश, विनोद यादव, अजय यादव सहित आदि लोग उपस्थित रहे।