जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ, जौनपुर8 दिन बाद भी शोध-निर्देशक सूची जारी न होने पर शिक्षक संघ ने कुलसचिव को दी अंतिम चेतावनी।राजभवन को भी ईमेल किया ज्ञापन।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध अशासकीय सहायता-प्राप्त महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षक लंबे इंतजार के बाद अब आक्रोशित हैं। दिनांक 26 नवंबर 2025 को कुलसचिव श्री केशलाल जी एवं उप कुलसचिव (शैक्षणिक) श्री अजीत सिंह जी के साथ हुई सकारात्मक वार्ता में स्पष्ट आश्वासन मिला था कि हमारी शोध-निर्देशक सूची एवं रिक्तियाँ बहुत शीघ्र जारी कर दी जाएंगी। किंतु आज दिनांक 04 दिसंबर 2025 को पूरे 8 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।इस संबंध में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ, जौनपुर के इकाई अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार मिश्र ने आज प्रेस को जारी बयान में कहा कि 26 नवंबर को हमने विश्वविद्यालय प्रशासन के सकारात्मक रुख की सराहना की और धरना समाप्त कर घर लौटे थे। लेकिन 8 दिन तक चुप्पी साधे रहना और कोई ठोस कदम न उठाना यह स्पष्ट करता है कि हमारे साथ धोखा किया गया है।
बार-बार आश्वासन देकर टालने की नीति अब बर्दाश्त से बाहर है। यह हमारे UGC-अनुमोदित वैधानिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है और सैकड़ों मेधावी शोध छात्रों का भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है।”डॉ. मिश्र ने आगे कहाआज हमने कुलसचिव महोदय को अंतिम चेतावनी ईमेल द्वारा प्रेषित किया है तथा उसी ज्ञापन की प्रति कुलपति एवं माननीय राज्यपाल उत्तर प्रदेश को भी ईमेल कर दी गई है। यदि शीघ्र सूची जारी नहीं हुई तो शिक्षक संघ मजबूरन पुनः लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक तरीके से तीव्र आंदोलन करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।”संघ ने सभी स्ववित्तपोषित शिक्षक साथियों से एकजुटता बनाए रखने तथा आगामी संघर्ष के लिए पूरी तरह तैयार रहने की अपील की है।





