Three illegal schools sealed in Khuthan, Jaunpur news
- शिक्षा विभाग की कार्रवाई तेज बिना मान्यता चल रहे विद्यालयों पर सख्ती, बीईओ ने दी चेतावनी ,JAUNPUR NEWS
JAUNPUR NEWS : जौनपुर: शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे सख्त कदमों के तहत बुधवार को जिले के खुटहन ब्लॉक में तीन अवैध रूप से संचालित विद्यालयों को बंद कर दिया गया। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) विपुल कुमार उपाध्याय ने यह कार्रवाई की।
बीईओ ने बताया कि यह अभियान जिले भर में निरंतर चलाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे विद्यालय जो बिना मान्यता के चल रहे हैं, या जो प्राथमिक स्तर की मान्यता लेकर उच्च प्राथमिक कक्षाएं चला रहे हैं, अथवा किसी दूसरे के नाम पर विद्यालय का संचालन कर रहे हैं, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। संबंधित विद्यालयों पर नोटिस जारी कर उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त संचालकों पर जुर्माना तथा आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
इस क्रम में बुधवार को खुटहन क्षेत्र के तीन विद्यालय निशा पब्लिक स्कूल, शेरपुर, सरस्वती ज्ञान मंदिर, गुलालपुर व राकेश यादव द्वारा संचालित विद्यालय, घुघुरी सुल्तानपुर विद्यालयों को न तो उचित सरकारी मान्यता प्राप्त थी, न ही वे शिक्षा विभाग की किसी सूची में पंजीकृत थे। इन स्कूलों की गतिविधियों की जानकारी विभाग को स्थानीय नोडल संकुल, एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) और शिक्षकों से प्राप्त हुई थी।
खंड शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि बच्चों के भविष्य से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ स्कूल प्राथमिक स्तर की मान्यता लेकर उच्च कक्षाओं का संचालन कर रहे हैं, जो नियमों का खुला उल्लंघन है। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी स्कूल शिक्षा विभाग के मानकों को दरकिनार कर संचालन कर रहे हैं, उनके विरुद्ध कठोरतम कदम उठाए जाएंगे। बीईओ ने आमजन और अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों का नामांकन केवल उन्हीं विद्यालयों में कराएं, जिनके पास विधिवत मान्यता हो। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को कहीं पर भी अवैध विद्यालय संचालित होने की जानकारी हो तो वे तुरंत विभाग को सूचित करें।
जिलाधिकारी की सख्ती का असर
गौरतलब है कि जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र द्वारा बिना मान्यता वाले विद्यालयों पर लगाम कसने के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग ने ब्लॉक स्तर पर सक्रियता बढ़ा दी है। जिला प्रशासन की इस पहल को अभिभावकों का भी समर्थन मिल रहा है, क्योंकि इससे शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है।