सही रख-रखाव व देख-भाल की घोर लापरवाही उजागर
खुटहन(जौनपुर)पर्यावरण संरक्षण के नाम पर हर साल लाखों रुपये खर्च कर पौधारोपण अभियान चलाया जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिलकुल विपरीत दिखती है। खुटहन विकास खण्ड कार्यालय के ठीक सामने लगाए गए पौधे लापरवाही की भेंट चढ़ गए हैं। अधिकांश पौधे या तो सूख चुके हैं या मरने की कगार पर हैं। यह दृश्य सरकारी योजनाओं की वास्तविकता और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता को स्पष्ट रूप से उजागर करता है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ महीने पहले कार्यालय परिसर व मुख्य द्वार के सामने सौंदर्यीकरण और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से दर्जनों पौधे लगाए गए थे। शुरुआती दिनों में कुछ देख-भाल जरूर की गई, परंतु बाद में न तो पानी दिया गया और न ही उचित सुरक्षा व्यवस्था की गई। परिणामस्वरूप, पौधे परवान चढ़ने से पहले ही मुरझा गए। जिन पौधों के चारों ओर जाल या ट्री-गार्ड लगाए गए थे, वे भी अब टूट-फूट गए हैं और अधिकांश पौधे गायब हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह स्थिति प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है। पौधारोपण के समय अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए थे कि हर पौधे की देखभाल की जाएगी, लेकिन अब वही पौधे तिल-तिल कर मर रहे हैं। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पौधारोपण केवल फोटो खिंचवाने और कागजों में हरियाली दिखाने तक सीमित रह गया है इसी लान के रास्ते से वीडियो का आना जाना लगा रहता है इस संबंध में वनविभाग इंस्पेक्टर ईश्वर चंद ने बताया कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए गांव में कार्यक्रम चलाया जा रहा है
ब्लाक सभागार में ग्राम प्रधान व विकास अधिकारियों के साथ बैठक हो रही है ।





