Friday, June 27, 2025
Homeन्यूज़AgricultureBetel cultivationपान की खेती से किसानों की  तरक्की   

Betel cultivationपान की खेती से किसानों की  तरक्की   

Betel cultivation AUNPUR NEWS जौनपुर : पान की खेती के साथ परवल, कुंदरू की खेती से कृषक की आय हुई दोगुनी जिला उद्यान अधिकारी डा0 सीमा सिंह राणा ने अवगत कराया है कि उद्यान विभाग में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत रफ्तार पान विकास योजना चल रही है। योजना के तहत पान की खेती करने वाले किसानो का अनुदान प्रदान किया जाता है।


ग्राम कोल्हुआ विकासखण्ड महराजगंज के निवासी रामजनक पुत्र नन्हकू पिछले 02 साल से पान की खेती कर रहे है। उन्होंने बताया कि महीने में 12-15 हजार रूपये तक का पान आसानी से बिक जाता हैं। पान में ही परवल व कुंदरू की सहफसली खेती कर लेते है। 01 बीघा की खेती में रू0 पचास हजार की लागत आती है और 1 से 1.5 लाख का मुनाफा हो जाता है। पान की खेती के लिए बरेजा सबसे ज्यादा जरूरी होता है। बांस की लकडी से बना एक ढांचा तैयार किया जाता है।      


कृषक रामजनक ने पान के साथ-साथ सहफसली खेती से अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत की है, और खेती किसानी करने में उद्यान विभाग द्वारा सहायता मिल रही है। उन्होंने उद्यान विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समय-समय पर विभाग द्वारा तकनीकी मार्ग-दर्शन मिलता रहा है। जिससे पान के खेती करके 1 से 1.5 लाख रू0 का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ। पराम्परगत खेती की अपेक्षा पान की खेती करके अच्छा मुनाफा प्राप्त हुआ। यह योजना कृषक भाईयो के लिए अत्यन्त लाभाकारी साबित हो रही है। पहले 1000 वर्ग मी0 में अनुदान की सुविधा थी, जो लागत का 50 प्रतिशत यानि 50453 देय है। परन्तु अब छोटे कृषक भाई भी इसका लाभ ले सकते है। 250 वर्ग मी0 से 1000 वर्ग0 मी0 में भी अनुदान की सुविधा  उपलब्ध है, अधिक जानकारी हेतु किसी भी कार्य दिवस में जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में सर्म्पक कर सकतें है। 

किसानो को लाभ कृषि स्नातको को रोजगार –


वित्तीय वर्ष 2025-26 में उ0प्र0सरकार द्वारा किसानो एवं कृषि स्नातको की उन्नति के लिये वन स्टाप शॉप योजना के अर्न्तगत प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर खुलने वाले इस केन्द्र पर जहॉ एक छत के नीचे किसानो को मृदा परीक्षण के आधार पर खाद, बीज, दवा मिलेगी वही किराये पर लघु कृषि यंत्र भी मुहैया करायी जायेगी। इस केन्द्र के माध्यम से सरकार किसानों को जहॉं लाभ दिलाना चाहती है वही कृषि स्नातको की तरक्की के विषय में भी सोच रही है। कृषि विभाग द्वारा प्रयोग किये जाने वाले वन स्टॉप शाप में किसानों को मृदा परीक्षण की सुविधा मुहैया कराई जायेगी तथा उर्वरको के प्रयोग की संस्तुति की जायेगी। उच्च गुणवत्ता के बीज, उर्वरक, जैव उर्वरक, माइक्रोन्युट्रिएन्ट, वर्मी कम्पोस्ट, कीटनाशक रसायन तथा जैव कीटनाशक सहित समस्त कृषि निवेशो की आपूर्ति होगी। लघु कृषि यंत्रो को यहॉं किराये पर भी उपलब्ध कराया जायेगा, प्रसार सेवाओ में, तथा कृषि प्रक्षेत्र निर्देशन का भी कार्य होगा। वन स्टाप शॉप का मालिकाना हक कृषि स्नातको को ही मिलेगा। सरकार ने स्नातको के लिये कई सुविधा देने का भी ऐलान किया है। जनपद में वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल 19 वन स्टाप शाप (एग्रीजक्शन) केन्द्रो की स्थापना का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।


वन स्टाप शॉप के लिये अर्हता-


वन स्टाप शॉप के लिये आवेदन करने वाले अभ्यर्थियो की अर्हता में अभ्यर्थी जौनपुर जिले का निवासी हो तथा किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कृषि स्नातक/कृषि व्यवसाय प्रबंधन स्नातक/ स्नातक जो कृषि एवं सहबद्व विषयों यथा-उद्यान, पशुपालन, वानिकी, दुग्ध, पशु चिकित्सा, मुर्गी पालन एवं इस तरह की गतिविधियॉं, जो किसी राज्य/केन्द्रीय विश्वविद्यालय या किसी अन्य विश्वविद्यिलय से डिग्रीधारी हो, जो आई0सी0ए0आर0/यू0जी0सी0 द्वारा मान्यता प्राप्त हो, पात्र होगे। इसके अतिरिक्त अनुभव प्राप्त डिप्लोमाधारी/कृषि विषय में इण्टरमीडिएट योग्य प्रार्थी पर भी विचार किया जायेगा, तथा अभ्यर्थी की आयु 40 वर्ष से अधिक न हो। अनुसूचित जाति, जनजाति एवं महिलाओ को आयु में अधिकतम 05 वर्ष की छूट अनुमन्य है, तथा जिनकी जन्म तिथि पहले होगी उनको वरीयता दी जायेगी।
योजना की लागत-
                 वन स्टाप शॉप के लिये अभ्यर्थी को रू0 100000.00 मात्र  स्वयं खर्च करने होगे तथा रू0 500000.00 मात्र बैंक से ऋण मिलेगा। इस प्रकार कुल योजना की लागत रू0 600000.00 मात्र होगी।
अनुदान की व्यवस्था-
               वन स्टाप शॉप हासिल करने वाले कृषि स्नातको को सरकार की ओर से खाद, बीज एवं कृषि रसायनों की बिक्री का लाइसेन्स की प्रतिपूर्ति अधिकतम रू0 5250.00 दिया जायेगा साथ ही बैंको से प्राप्त होने वाले रू0 500000.00 पर ब्याज पर अनुदान रू0 60000.00 तीन वर्षो के प्रस्तावित कार्य हेतु दिया जायेगा। वन स्टाप शॉप परिसर का किराया पर 50 प्रतिशत प्रतिमाह अधिकतम रू0 1000 प्रतिमाह की दर से 12 महीने का रू0 12000.00 अनुदान देय होगा। कृषि विभाग द्वारा चयनित कृषि स्नातको को व्यवसाय के निमित्त समेती रहमानखेड़ा, लखनऊ/आर0से0टी0 के द्वारा कम से कम 13 दिन का प्रशिक्षण कराया जायेगा।
चयन प्रक्रिया-
                     लाभार्थियो का चयन जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में गठित जनपद स्तरीय कमेटी के द्वारा किया जायेगा। आवेदन-पत्र कार्यालय उप कृषि निदेशक कृषि भवन, जौनपुर में 25 जून 2025 तक किसी भी कार्य दिवस में जमा किया जा सकता है।

LATEST ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments