जौनपुर। संयुक्त संचालक चकबंदी मुख्यालय लखनऊ की जांच की आंच में जिले के एक दर्जन चकबंदी कर्मचारियों के ऊपर कार्यवाही करने के निर्देश जारी हुए है।
बन्दोबस्त अधिकारी ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि चकबन्दी आयुक्त उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देश के क्रम में जनपद जौनपुर में 10 वर्ष से अधिक समय से चकबन्दी प्रक्रियाधीन ग्रामों की समीक्षा 29 अगस्त को संयुक्त संचालक चकबन्दी मुख्यालय लखनऊ रण विजय सिंह द्वारा की गयी और 30 अगस्त को चकबन्दी अधिकारी कटघरा के न्यायालय का निरीक्षण किया गया।
जनपद में 46 ग्राम 10 वर्ष से अधिक समय से चकबन्दी प्रक्रियाधीन है। समीक्षा के दौरान 10 वर्ष से पुराने ग्रामों में अपेक्षित प्रगति न होने तथा शिथिल पर्यवेक्षण के कारण सहायक चकन्दी अधिकारी बुद्धूराम को कारण बताओ नोटिस, राम नयन सिंह सहायक चकबन्दी अधिकारी का स्पष्टीकरण प्राप्त करने तथा सहायक चकबन्दी अधिकारी राम अचल राम को नियम 10 (2) के अन्तर्गत नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। अपेक्षित कार्य प्रगति न होने के कारण चकबन्दीकर्ता नन्दलाल के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये तथा चकबन्दीकर्ता हरिराम का वेतन रोके जाने के निर्देश दिये गये हैं।
असंतोषजनक कार्य प्रगति के लिए ग्राम सलेडी के चकबन्दी लेखपाल चन्द्रसेन को निलम्बित करने के निर्देश दिये गये हैं। ग्राम लपरी के चकबन्दी लेखपाल श्याम कुमार यादव व ग्राम मानीकला के चकबन्दी लेखपाल दुर्गा प्रसाद के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही एवं चकबन्दी लेखपाल राजेन्द्र पटेल का वेतन अग्रिम आदेश तक आहरित न किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। ग्राम किर्तापुर में पूर्व में कार्यरत रहे चकबन्दी लेखपाल महेन्द्र के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं।
न्यायालय चकबन्दी अधिकारी कटघरा के निरीक्षण के समय ग्राम दक्षिणपट्टी के धारा-9 की 426 पत्रावलियों अनाधिकृत रूप से रखे जाने के लिए तथा खराब रख-रखाव के लिए दोषी न्यायालय लिपिक को निलम्बित करने एवं चकबन्दी अधिकारी कटघरा विजय शंकर सिंह का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये गये हैं। 10 वर्षों से पुराने ग्रामों में बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी/चकबन्दी अधिकारी को अपने पर्यवेक्षण में निर्धारित कार्य योजना के अनुसार कार्य पूर्ण कराने हेतु निर्देश दिये गये हैं।