जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान में बीटेक प्रथम वर्ष में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के विश्वेश्वरैया सभागार में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ। विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों का भ्रमण कराकर जानकारी दी गई.
कार्यक्रम में मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप सिंह ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना किया। उन्होंने प्रौद्योगिकी में हो रहे तीव्र बदलाव पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया. प्रोफेसर रवि प्रकाश ने इंजीनियरिंग के महत्व के बारे में प्रकाश डालते हुए छात्रों को पूर्ण मनोयोग के साथ विद्या अध्ययन के लिए प्रेरित किया। प्रोफेसर अशोक श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को अध्ययन के साथ-साथ अपने मन में राष्ट्रवादी विचारधाराओं के विकास पर भी ध्यान देने के लिए प्रेरित किया ताकि छात्रों द्वारा सीखे गए इंजीनियरिंग कौशल का देश के विकास में सदुपयोग किया जा सके।
इसी क्रम में प्रोफेसर राजकुमार ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रों को एक अच्छे छात्र बनने के लिए किन नियमों का पालन करना चाहिए बताते हुए विश्वविद्यालय परिसर में अनुशासन से संबंधित बातों पर भी प्रकाश डाला। डॉ विक्रांत भटेजा ने छात्रों को वर्तमान प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी में हो रहे तेजी से बदलाव को उदाहरण के साथ स्पष्ट किया तथा बदलती हुई प्रौद्योगिकी के साथ हम अपने आप को कैसे परिवर्तित कर सकते हैं इसके बारे में प्रकाश डाला। डॉ कमलेश पाल ने भी अपने विचार छात्रों के सामने रखा। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर संतोष कुमार जी ने किया। इसके बाद नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं को भौतिकी, रसायन, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर और मैकेनिकल विभाग की प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया गया तथा विश्वविद्यालय परिसर में हो रहे नवाचार से भी अवगत कराया गया। छात्रों को अमृत सरोवर, इंडोर और आउटडोर स्टेडियम तथा केंद्रीय पुस्तकालय का भी भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ दीप प्रकाश सिंह, अनुराग सिंह, डॉ दिव्येंदु कुमार मिश्र, डॉ विशाल यादव, डॉ निमिषा यादव आदि शिक्षक उपस्थित रहे.