#जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय जौनपुर के चार कर्मचारियों का सीडीओ ने रोका वेतन
- #Salary of 4 employees of District School Inspector’s office blocked in jaunpur
जौनपुर : मुख्य विकास अधिकारी साई तेजा सीलम ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का सोमवार को औचक निरीक्षण किया । निरीक्षण के समय जिला विद्यालय निरीक्षक उपस्थित नही थे। निरीक्षण के समय 03 मृतक आश्रितो की पत्रावली माह फरवरी, 2024 के बाद बिना किसी कार्यवाही के रखी हुई पायी गयी। सम्बन्घित पटल सहायक राजेश गुप्ता का पत्रावली के नियमानुसार निस्तारण होने तक इनका वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक को दिया गया तथा उन्हे यह भी सचेत किया गया कि वे स्वयं समस्त पटलों का निरीक्षण कर सेवा सम्बन्धी अन्य लम्बित प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित करे एवं निरीक्षण आख्या प्रेषित करें।उपस्थिति पंजिका के अवलोकन में लेखाकार आरिफ हसन, वरिष्ठ सहायक सुरेन्द्र कुमार मौर्या, वरिष्ठ सहायक श्रीमती निर्मला, कनिष्ठ सहायक श्रुति श्रीवास्तव एवं परिचारक नरेन्द्र कुमार, अनुपस्थित पाये गये, जिनका 15 जूलाई 2024 का वेतन अवरूद्ध कर स्पष्टीकरण प्राप्त करने हेेेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ सहायक संजय कुमार उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने के उपरान्त कार्यालय से गायब रहे। इनका पूरे माह का वेतन बाधित करते हुए स्पष्टीकरण देने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर एवं कार्यालय के अन्दर कमरों में पर्याप्त गन्दगी दिवालों पर पान थूका हुआ पाया गया। कार्यालय कक्ष में फाईले बतरतीब ढंग से कपडे में बांध कर आलमारियों के ऊपर एवं अगल-बगल में अव्यस्थित रूप से रखी गयी थी, जिस पर काफी गन्दगी व धूल जमा थी। कार्यालय के महिला शौचालय में गन्दगी थी तथा उसी में पत्रावलियॉ भी रखी पायी गयी, जिसके लिए सम्बन्धित पटल सहायक को एवं उपस्थित लेखाधिकारी को पत्रावलियॉ स्टोर में संरक्षित करने के निर्देश दिये गये।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के समय शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी उपस्थित थे, जिनसे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संवाद करके शिक्षको के लम्बित प्रकरण एवं समस्याओं के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। वार्ता के उपरान्त जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि शिक्षक संघ के पदाधिकारियो के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का निदान करते हुए अपनी आख्या प्रेषित करें।.मुख्यमंत्र के निर्देश के अनुपालन में उच्चाधिकारियों द्वारा समय-समय पर विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया जायेगा तथा कमियॉ परिलक्षित पाये जाने पर उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
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