शादी के मंडप से दूल्हा हुआ फरार ,बाराती बनाए गए बंधक ,उसके बाद बवाल
JAUNPUR NEWS :शादी का मंडप पड़ गया सुना जौनपुर जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के एक गांव में शादी से जुड़ा एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है यहाँ शादी करने आए दूल्हा द्वारचार के समय अचानक गायब हों गया और वो भी तब जब बाराती डीजे पर डांस के लिए तान दौड़ रहे थे लड़की पक्ष के लोग पूजा की सामग्री जुटा ने में ब्यस्त थे पंडित जी द्वारचार पर मंत्र पढ़ने की तैयारी कर रहे थे तब तक कही से आवाज आई कि दूल्हा गायब हो गया l
इतनी बात सुनते ही बारातियो और घरातियों में यह बात आग की तरह फैल गई लड़की वाले दूल्हे को खोजने लगे जब लड़का नही मिला तो लड़की के पिता ने यह बात अपने रिस्तेदारो को इसकी जा नकारी दी रिस्तेदार और गांव वालों ने तुरंत दूल्हे की खोज बीन सुरु कर दी दो घण्टा बीत जाने पर जब लड़का नही मिला तो कुछ लोग गांव के सिवान की तरफ खोजते हुए वहां पहुचे जहाँ एक पोखरे के किनारे एक ब्यक्ति अंधेरे में बैठा हुआ था देखते ही डर गए नजदीक पवहुचे तो उनके होश उड़ गए वे लोग किसी अंजान आदमी को अपने गांव में देख वह ब्यक्ति के विषय मे जब जानकारी चाही तो परिचय बताने में वह बझने लगा ,गांव वालो ने बताया की बड़ी चालाकी से उसने अपने सारे दूल्हे वाले कपडे पहले कही निकाल कर छिपा दिया था , जिससे वह पहचान में न आ सके जिससे गांव वालों को पहचान करने में देरी लगी।
मामले की नजाकत को देखते हुए गांव वालों ने बारात में फोन किया कि दूल्हा मिल गया है। उसे घर किसी तरह बारात में ले लेकर पहुंचे पहले दोनो पक्ष के बीच कहासूनी हुई । जब बात नही बनी तो लड़के ने दबी जुबान से शादी करने से इनकार कर दिया।इतना सुनते ही लड़की वालों ने दूल्हे और दूल्हे के पिता को बारातियो समेत बैठा लिया, गहमा गहमी के बीच रात किसी तरह तो बीत गई सुबह होते ही बारात में बवाल हो गया ,लड़की वालों ने दहेज न देने के कारण शादी से इनकार करने की वजह बताया ।
प्राप्त जानकारी के मुताविक जनपद जौनपुर के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के बशीरपुर गांव में बिन्द बस्ती में बारात आजमगढ़ से आई थी। बारात 28 अप्रैल दिन रविवार को समय रात्रि 8 बजे लड़की के दरवाजे पर पहुंची बैंड बाजा बज रहा था महिलाये सज धज कर गीत गा रही थीं सभी लोग मंगलचार की तैयारी कर रहे थे तभी अचानक बारात का माहौल अचानक खराब हो गया। द्वारचार के बाद दुल्हा घर से फरार हो गया। शादी का मंडप पड़ गया सुना बारातियों ने दूल्हा समेत भाई, पिता और बारातियों को बंधक बनाकर लिया। उक्त गांव निवासी विनोद मास्टर की पुत्री का विवाह रंजीत बिंद पुत्र जगदंबा बिन्द,निवासी सिसवारा पोस्ट नर्वे आजमगढ़ तय थी। रविवार 26 अप्रैल को समय के अनुसार बारात बशीरपुर पहुंची और घरातियों द्वारा बारातियों का स्वागत भी हुआ । बारात के लोगों द्वारा डीजे बैंड पार्टी पर नाचते गाते द्वार पूजा की रस्म पूरी की गई। उसके बाद जयमाल की तैयारी चल ही रही थी कि अचानक जनवासे से दूल्हा फरार हो गया।
इसकी सूचना लगते ही घराती पक्ष के लोगों में हडकंप मच गई। ग्रामीणों की मदद से दूल्हे को किसी तरह पकड़कर दुबारा बारात में लाया गया ,ग्रामीणों की माने तो दूल्हा गांव के एक तालाब के किनारे झाड़ियों में छुप कर बैठा था। लड़की पक्ष और लड़के पक्ष के परिजनों के बीच कहा सुनी हुई ,जिससे आक्रोशित लड़की की तरफ के घरातियों ने लड़के के पिता भाई और बारातियों को बंधक बना लिया। रात को काफी खोजबीन किया गया। 2 घंटे के बाद दूल्हे को गांव से बाहर पकड़ लिया गया और लाकर बंधक बना लिया।
इसकी सूचना लगते ही गांव के बड़े बुजुर्ग और सरायख्वाजा पुलिस ने पहुंचकर शादी की रस्म करने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन लड़के की ओर से शादी न करने की बात की गई। इसके बाद लड़की पक्ष द्वारा दिए गए पैसे और खर्च की भरपाई करने के लिए मांग किया। जिसको लड़के पक्ष ने मंजूर कर लिया। सोनवार की देर शाम दूल्हे के परिजनों ने बारात पक्ष की ओर से शादी में कुल खर्च 7 लाख रुपये लड़की के पिता को देने के लिए पुलिस की मौजूदगी में राजी नाम लिखा गया जिसपर दोनों पक्ष की पंचायत पर सहमती बनी और रुपये लड़की के पिता को दे दिया गया तब जाकर 20 घंटे बाद बन्धक लोगों को मुक्त किया गया। वहां पर सरायख्वाजा थानाध्यक्ष राजेश मिश्रा, पूर्वांचल पुलिस चौकी इंचार्ज समेत भारी मात्रा में पुलिस मौजूद रही।
लड़की के पिता का आरोप :
लड़की के पिता ने बताया कि शादी का मंडप पड़ गया सुना लड़का द्वारपूजा के बाद फरार हो गया। तिलक में हमने तीन लाख 51 रुपये दिए थे। 51 हजार और मांग रहे थे,अब जो हमार खर्च हुआ है वह पैसा हमारा वापस कर दे वह अपने घर जाए हम अपने ।लड़की की माँ शिला देवी ने कहा कि हम अब दहेज नही दे पाएंगे शादी में जो खर्च हुआ है वह वापस करे हम अपनी लड़की की शादी उस घर मे नही करेंगे।
दूल्हे की मानसिकता :
दूल्हा रंजीत कुमार बिंद ने कहा कि किसी को दोषी ठहराना ठीक नही है, कुछ चीजें है जो मुझे लगा कि आगे फ्यूचर में ठीक नही होगा। इस लिए सादी का कैंसिल होना मेरे लिए बेटर होगा। क्योंकि बाद में होता तो मेरे लिए समस्या होती।दूल्हे के पिता जगतम्बा बिंद की सफाई -अब जो होना था हो गया अब सिर्फ पैसे का हिसाब करना है।
क्षेत्राधिकारी सदर परमानंद कुशवाहा ने बताया कि 28 अप्रैल की रात बशीर पुर गांव मे एक बारात आजमगढ़ से आई हुई थी दोनों पक्ष में किसी बात को लेकर विवाद हो जाता है मौके पर पहुचे थाना अध्यक्ष और गांव के कुछ बुद्धजीवीयो द्वारा समझाया बुझाया जाता है फिर दोनो पक्षो में शादी न करने की सहमती बनती है लड़के वाले बिना सादी किए अपने घर चले गए मौके पर शांति ब्यबस्था कायम है।
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