नगर पंचायत खेतासराय में वार्ड की समस्या को लेकर भाजपा सभासद ने जिलाधिकारी को लिखा-पत्र
- अधिशाषी अधिकारी, उपजिलाधिकारी शाहगंज व मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी कर चुका शिकायत
- वार्ड में नहर से माइनर तक टूटें नाली व रास्ते में जलजमाव की है समस्या
खेतासराय (जौनपुर) नगर पंचायत खेतासराय के सरवरपुर वार्ड में नहर से माइनर तक नाली टूटने और रास्ते में जलभराव की समस्या को लेकर स्थानीय भारतीय जनता पार्टी का सभासद ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर समस्या के समाधान की मांग की है। सभासद ने आरोप लगाया है कि अधिशासी अधिकारी खेतासराय, उपजिलाधिकारी शाहगंज और मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे वार्डवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
उक्त वार्ड के सभासद शैलेश कुमार यादव ने बताया कि नहर से माइनर तक जाने वाली नाली टूट जाने के कारण पूरे इलाके में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। जलजमाव होने कारण आने-जाने वाले राहगीर अपने हाथ मे जूता-चप्पल लेकर जाना पड़ता है। इतना ही बल्कि जलजमाव होने के कारण अगल-बगल के लोगों में विवाद होता रहता है। जिसको लेकर कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। बारिश के मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है, जिससे राहगीरों और स्थानीय निवासियों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पानी जमा होने के कारण गंदगी और बदबू फैल रही है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
उन्होंने बताया कि हम इस समस्या को लेकर नगर पंचायत को जनवरी माह में लिखित प्रार्थना-पत्र के माध्यम से समस्या को अवगत कराया था। जिस पर कार्यवाही न होने से फरवरी माह में उपजिलाधिकारी शाहगंज को प्रार्थना-पत्र के माध्यम से समस्या को अवगत कराया उसके बाद भी कार्यवाही नहीं हुईं हो मार्च में मुख्यमंत्री समस्या समाधान पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराया, बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका तो जिलाधिकारी को प्रार्थना-पत्र देकर समस्या समाधान की मांग किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे को लेकर उदासीन बना हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सभासद ने अनुरोध किया है कि इस मामले में तत्काल संज्ञान लिया जाए और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाए ताकि जल्द से जल्द नाली की मरम्मत हो सके और जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान किया जा सके। अब देखना यह होगा कि जिलाधिकारी इस शिकायत पर क्या कदम उठाते हैं और प्रशासन इस समस्या का समाधान कितनी जल्दी करता है।