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जौनपुर के किसान हुए लामबंद,वाराणसी के दानगंज टोलप्लाजे पर 10 बजे धरना देंगे

FARMER PROTEST NEWS : रोड नहीं तो टोल जौनपुर के किसान 21 फरवरी दिन बुधवार को सुबह दस बजे से वाराणसी आजमगढ़ मार्ग स्थित बलरामगंज बाजार (दानगंज) चोलापुर वाराणसी के टोल प्लाजा पर किसान धरने पर बैठेंगे,टोलप्लाजे के पास धरने के लिए किसानो के आगमन को लेकर  रोड पर जगह जगह होडिंग लगाई गई गई जानकारी के मुताविक, 2012 के प्रकरण राष्ट्रीय राजमार्ग 233 वाराणसी जौनपुर आजमगढ़ की फोर लाइन की सड़क बनना था जिसमें वाराणसी जनपद की सड़क बन गई आजमगढ़ की सड़क बन गई बीच की 16 किलोमीटर की सड़क जनपद जौनपुर की अभी तक बाधित है। वजह जनपद जौनपुर के लगभग 4000 किसानों का भूमि अधिग्रहण किया गया लेकिन किसानों को उचित मुआवजा नहीं दिया गया लगभग तीन बार 4000 किसानों का रेट बना और निरस्त किया गया 2018 में किसानों का रेट बना लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग के लोगों ने इस रेट को मानने से भी इंकार कर दिया l

मामले को हाई कोर्ट इलाहाबाद ले गए और लगभग 4000 किसानों को पार्टी बनकर इनके ऊपर मुकदमा किया और लगभग 120 पन्नों का नोटिस लगभग 600 ग्राम का जो किसानों को हाई कोर्ट के जरिए भेजा गया किसानों को मुआवजा भी नहीं मिला बल्कि मुकदमा और झेलना पड़ रहा है स्थिति यहां के किसानों की ऐसी है कि वह अपने जवाब को भी हाईकोर्ट में नहीं लग पा रहे हैं इतना पैसा किसानों के पास नहीं है कि हाई कोर्ट के वकील को फीस दे सोने और समझने वाली बात यह है कि जब इन किसानों का रेट बनाया गया तो क्या भूमि अधिग्रहण अधिकारी और जिलाधिकारी का सिलेक्शन किसानों ने तो किया नहीं फिर बार-बार रेट बनाकर बार-बार सरकारी तंत्र के द्वारा कैंसिल किया गया और किसानों को ही दोषी बनाकर उनके ऊपर मुकदमा करके किसानों को मुकदमे में लड़ाया जा रहा है ।

2012 चंदवक गोमती नदी के मोढैला के पास प्रस्तावित था टोल प्लाजा

राष्ट्रीय राजमार्ग ने मनमानी तरीके से टोल प्लाजा का निर्माण जनपद वाराणसी के बलरामगंज में कर दिया जहां टोल प्लाजा का निर्माण किया गया है वह बिल्कुल पतली और सकरी है लगभग 10 गाड़ियां वहां लड़ फिर चुकी है टोल प्लाजा के पास जहां पर राष्ट्रीय राजमार्ग ने टोल प्लाजा बनाया है टोल प्लाजा से 2 किलोमीटर बाद खुद इन्होंने सड़क को बाधित दिखाया है ऐसे में टोल प्लाजा की वसूली कहां तक जायज है कि बिना सड़क के वसूली किया जाए जहां उनके मंत्री कहते हैं कि 60 किलोमीटर के अंदर टोल प्लाजा को जल्द से जल्द बंद कर दिया जाएगा लेकिन यह टोल प्लाजा जहां से सड़क बना था वहां से केवल 16 से 18 किलोमीटर की दूरी पर है उसके बाद टोल प्लाजा के 2 किलोमीटर बाद सड़क ही नहीं है ।

आजमगढ़ की फोर लाइन की गाड़ियां जिस स्पीड में आती हैं वाराणसी की फोर लाइन की गाड़ियां उसी स्पीड में आती है लेकिन आगे जो पुरानी सड़क है वह वन वे के हिसाब से है। सकरी सड़कों पर पटरी नहीं है जिसके वजह से लगभग सैकड़ो हजारों की संख्या में लोगों की जान चली गई और दुर्घटना से लोगों के हाथ पैर टूट गए कई बार हमने शासन प्रशासन को नींद से जगाने के लिए सूचना दिया लेकिन यह लोग नींद से जागने के लिए तैयार नहीं ।

लगभग 4000 किसानों में सैकड़ो जौनपुर के किसान की मृत्यु हो चुकी है

मुआवजे की मुवाबजे की आस लिए देखते-देखते उनकी मृत्यु हो गई उनके सपने सपने ही रह गए 3D और 3A राजपत्र में लगे होने के कारण कोई भी किसान अपनी जमीन को बेच भी नहीं सकता है चाहे गंभीर से गंभीर बीमारी क्यों ना हो जाए किसानो के घर में किसी बेटी की शादी पड़ जाय । लेकिन वह जमीन नहीं बेच सकते ।

जब राष्ट्रीय राजमार्ग को टोल प्लाजा की वसूली करना था तो पहले सड़क का निर्माण करना था किसानों को उससे पहले मुआवजा देना था फिर जिला जज के फैसले को चैलेंज नहीं करना था हाई कोर्ट इलाहाबाद में कल अगर माननीय हाईकोर्ट ने किसानों के पक्ष में फैसला सुना देगा तो क्या यह सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में किसानों के ऊपर मुकदमा चलाएंगे तो क्या यहां का किस माननीय हाई कोर्ट की वकील का फीस दे पाएगा और कोर्ट कचहरी में अन्नदाताओं को ही घसीटा जाएगा। गरीब असहाय और पीड़ित किसानों का साथ दे.निवेदक अजीत सिंह एवं समस्त किसान ।

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