आईजीआरएस निस्तारण में लापरवाही पर खंड विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी को स्पष्टीकरण
जौनपुर । जिलाधिकारी डॉ० दिनेश चंद्र द्वारा अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है कि आईजीआरएस पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का स्थलीय निरीक्षण कर, जांच कर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराना सुनिश्चित करें तथा शिकायतकर्ताओं से फीडबैक अवश्य लें। इसमें लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में आईजीआरएस निस्तारण में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी पर कार्रवाई की।
15 अप्रैल को आई०जी०आर०एस० पोर्टल पर अनुमोदन हेतु जिलाधिकारी के लागिन पर प्राप्त निस्तारण आख्या का परीक्षण किया गया जिसमें श्रीमती जोहरा पत्नी स्व० मेहदी, निवासी ग्राम विसांवा, थाना सिकरारा, जौनपुर के चकरोड बनाये जाने की शिकायत पर ग्राम पंचायत अधिकारी प्रेम नारायण,द्वारा आवास की जॉच रिपोर्ट संलग्न की गयी तथा खण्ड विकास अधिकारी, सिकरारा, सर्वेश मोहन द्वारा निस्तारण आख्या का बिना अवलोकन किये ही सरसरी तौर पर अपना हस्ताक्षर कर दिया गया है, जो जिलाधिकारी लागिन पर स्पेशल क्लोज किये जाने हेतु प्राप्त हुआ है।
उपरोक्त से यह स्पष्ट है कि विकास खण्ड सिकरारा में प्राप्त शिकायतों का सरसरी तौर पर ही निस्तारण कर दिया जा रहा है।
उपरोक्त के अवलोकनोपरांत जिलाधिकारी ने कहा कि उच्चाधिकारी तथा मा० मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त निर्देशों की जान बूझकर अवहेलना की जा रही है, जो अत्यन्त ही आपत्तिजनक है।
आईजीआरएस निस्तारण में लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत अधिकारी प्रेम नारायण, एवं खण्ड विकास अधिकारी, सिकरारा सर्वेश मोहन, को स्पष्टीकरण तीन दिवस के अन्दर उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया गया और प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करते हुये एक वेतन वृद्धि स्थायी रुप से रोकने की कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी गई। समय से स्पष्टीकरण प्राप्त नही होने पर संबंधित के विरुद्ध एक पक्षीय रुप से कार्यवाही कर दी जायेगी।