विकास भवन मे जिलाधिकारी के पहुँचते ही,रसूखदार कर्मचारियों के फूलने लगे हाथ पांव
जौनपुर । दीपावली के दो दिन पूर्व डीएम डॉक्टर दिनेश चन्द्र ने केलेक्ट्रेट परिसर स्थित विकास भवन समेत अन्य विभागो का औचक निरीक्षण किया ,धन तेरस के चलते विकास भवन के कुछ विभागों में रौनक थी ग्रामीण इलाकों से धनवंतरि पर नज़राना लेकर पहुचे लोगो का अचानक जिलाधिकारी को सामने देख ब्लड प्रेशर ऊपर नीचे होने लगा इधर उधर भागने लगे प्रत्यक्षदर्शियों के मुताविक विकास भवन के कुछ रसूखदार कर्मचारी डीएम को देखते ही शौचालय मे चले गए दरअसल त्योहार के शुभ अवसर पर कर्मचारी उपहार लेते तो है ऊपरी कमाई तो करते ही है जो नीति के खिलाफ है,मंगलवार को विकास भवन पर अचानक डीएम साहब को देखते ही अफ़रातफ़री का माहौल हो गया ।
सर्व प्रथम डीएम ने अपने कार्यालय से कलेक्ट्रेट स्थित प्रतिलिपि अनुभाग राजस्व अभिलेखागार (रिकार्ड रूम) पहुँचे थे उसके बाद विकास भवन का औचक निरीक्षण करने पहुँचे थे , राजस्व अभिलेखागार के निरीक्षण के दरम्यान डीएम ने देखा कि अव्यवस्थित पत्रावलियों का रख-रखाव, टूटे फर्नीचर, साफ-सफाई देख कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तत्काल व्यवस्था ठीक कराने का निर्देश दिया , जिलाधिकारी ने रिकार्ड रूम में सीसीटीवी न होने पर भी कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तत्काल सीसीटीवी लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दो दिन के भीतर सभी व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होंने लम्बित नकल के सम्बन्ध में जानकारी ली जिसमें आकडे़ अद्यतन पाये गये इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम अक्षयवर चौहान, अरैजंर सदर महमूद, प्रतिलिपिक समेत तामाम अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने विकास भवन स्थित कार्यालय दिव्यांगजन एवं सशक्तिकरण विभाग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने करीब चार हजार आवेदन पत्र का आधार सीडिंग नही होना पाया, जिसपर उन्होंने कडी़ नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि 36 घण्टे के भीतर सभी आवेदनों पर आधार सीडिंग कराते हुए अवगत कराए। इसके साथ ही उन्होंने पेंशन लाभार्थियों के सन्दर्भ में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने बताया कि 25 अक्टूबर को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आधार प्रमाणीकरण हेतु लम्बित आवेदनों को निस्तारित करने के निर्देश दिये गये थे जिसके सापेक्ष आज की तिथि तक निस्तारित आवेदनों की संख्या कम पायी गयी, जोकि बेहद खेदजनक है जिस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हए दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि जिला विकास अधिकारी के सहयोग से आधार प्रमाणीकरण कार्य को शीघ्र सम्पादित कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सुहानुभूतिपूर्वक कार्य करते हुए दिव्यांगजनों को विभाग के द्वारा दी जा रही सुविधाओं से संतृप्त कराया जाए। उन्हे कार्यालय के चक्कर न लगाने पडे़।इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय मौजूद रही ।